Reported By: Rajkumar Sahu
,Nahariya Baba Hanuman Mandir| Image source: IBC24
जांजगीर-चांपा। जांजगीर के नैला में विराजित नहरिया बाबा हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा दूसरे प्रदेशों से दर्शनार्थी पहुंचते हैं। नहरिया बाबा नहर के किनारे विराजमान हैं, जिसके चलते उन्हें नहरिया बाबा के नाम से जाना जाता है। हनुमान जयंती के दिन सुबह से ही हजारों श्रद्धलुओं ने नहरिया बाबा के दर्शन किए और यह सिलसिला रात तक चलता रहेगा। नहरिया बाबा के प्रति श्रद्धालुओं में बड़ी आस्था और अटूट विश्वास है, जिसके चलते श्रद्धालु धरना बांधते हैं और लोट मारते पहुंचते हैं।
धीमी हो जाती है ट्रेनें की रफ्तार
श्रद्धालुओं की मानें तो नहरिया बाबा सबकी मनोकामना पूरी करते हैं। यही वजह है कि नहरिया बाबा आस्था का केंद्र है। 1950 के आसपास से नहरिया बाबा, नहर के किनारे और मुम्बई हावड़ा रेल लाइन के किनारे विराजमान है। सबसे बड़ी बात यह भी है कि नहरिया बाबा मंदिर के पास से जो भी ट्रेनें गुजरती हैं, उनकी रफ्तार धीमी हो जाती है। साथ ही, कई बार तो ट्रेन के चालक नहरिया बाबा के आशीर्वाद के लिए और प्रसाद खाने के लिए ट्रेन को कभी-कभी रोक देते हैं।
रेलवे ने मंदिर को हटाने का किया था प्रयास
मंदिर के पुजारी ने बताया कि नहरिया बाबा मंदिर परिसर में 2 मंदिर है। बहुत पहले रेलवे ने मंदिर को हटाने का प्रयास किया था, जिसके चलते लोगों ने नहरिया बाबा के लिए दूसरा मंदिर बना दिया था, लेकिन नहरिया बाबा की महिमा की वजह से रेलवे ने मंदिर को नहीं हटाया और तब से नहरिया बाबा की दोनों मंदिरों में पूजा अर्चना की जाती है।
मंगलवार और शनिवार को उमड़ती है भारी भीड़
हनुमान जयंती में भीड़ की वजह से यहां पुलिस और आरपीएफ जवानों की तैनाती भी की गई है। ताकि आने वाले दर्शनार्थी सुरक्षित रहे। वैसे तो प्रतिदिन नहरिया मंदिर में दर्शनथियों की भीड़ रहती है, लेकिन मंगलवार और शनिवार को दर्शनथियों की ज्यादा भीड़ रहती है और यहां हनुमान चालीसा का पाठ भी होता है. इस तरह नहरिया बाबा के प्रति लोगों में आस्था बढ़ती जा रही है।