Nag panchami 2024: इस दिन मनाया जाएगा नाग पंचमी का पर्व, जानें क्या है इसका शुभ मुहूर्त और महत्व

Nag panchami 2024: इस दिन मनाया जाएगा नाग पंचमी का पर्व, जानें क्या है इसका शुभ मुहूर्त और महत्व

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  • Publish Date - July 24, 2024 / 08:00 PM IST,
    Updated On - July 24, 2024 / 08:00 PM IST

Nag panchami 2024

Nag panchami 2024: नाग पंचमी का पर्व हिंदू धर्म के प्रमुख पर्व में से एक है। इस दिन शिव जी के प्रिय नाग देवता की पूजा का विधान है। नाग पंचमी के दिन नाग की पूजा करना उत्तम माना जाता है। हिंदू धर्म में नाग पंचमी के त्योहार का खास महत्व है। नाग पंचमी सावन के महीने में मनाई जाती है। सावन का महीना भगवान शिव और नाग की पूजा के लिए सबसे उत्तम महीना माना गया है। इस दिन नाग देव को दूध चढ़ाया जाता है और पूजा की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से नाग दोष से मुक्ति मिलती है। वहीं इस साल ऩाग पंचमी 9 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी। माना जाता है कि नाग देवता की पूजा करने से भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

शुभ मुहूर्त

09 अगस्त को सुबह 12 बजकर 36 मिनट से पंचमी तिथि प्रारंभ होगी, जो कि 10 अगस्त को सुबह 03 बजकर 14 मिनट तक रहेगी। नाग पंचमी मुहूर्त की अवधि 02 घंटे 40 मिनट तक रहेगी। नाग पंचमी के दिन शिवजी के जलाभिषेक करने का शुभ मुहूर्त 05:46 ए एम से 08:26 ए एम तक रहेगा। कुल अवधि 02 घंटे 40 मिनट की है। नाग पंचमी के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। नाग देवता की पूजा करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आने की मान्यता है।

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पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। स्नान आदि करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करें। नाग देवता को दूध का भोग लगाएं। भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश को भोग लगाएं। नाग देवता व भगवान शिव की आरती करें। इस दिन व्रत करना अत्यंत लाभकारी माना गया है।

नाग पंचमी का महत्व

हिंदू मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल से ही सांपों को देवता के रूप में पूजा जाता रहा है। इसलिए नाग पंचमी के दिन नाग पूजा का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग नाग पंचमी के दिन नाग की पूजा करते हैं, वे सांप के काटने से सुरक्षित रहते हैं। मान्यता है कि इस दिन नाग को दूध से स्नान कराकर उसकी पूजा की जा सकती है और नाग को दूध पिलाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन घर के प्रवेश द्वार पर सांप की मूर्ति बनाने की परंपरा है। ऐसा माना जाता है कि यह घर को सांप के प्रकोप से बचाता है।