Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि का पहला दिन आज, जानें कलश स्थापना और मां शैलपुत्री पूजन का शुभ समय..

नवरात्रि का पहला दिन आज है, यहाँ पढ़िए कलश स्थापना और मां शैलपुत्री पूजन का शुभ समय क्या होगा और कौन से मंत्र का जप करने से आप पर माता की कृपा होगी।

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  • Publish Date - September 22, 2025 / 01:55 PM IST,
    Updated On - September 22, 2025 / 01:55 PM IST

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HIGHLIGHTS
  • शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ आज से।
  • मां दुर्गा का आगमन हाथी पर, माना जाता है समृद्धिदायक।
  • पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा और कलश स्थापना का महत्व।

Shardiya Navratri 2025: आज से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है। मान्यता है कि इस बार मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आई हैं, जो खुशहाली और तरक्की का संकेत भी माना जाता है। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना और मां शैलपुत्री की पूजा का विशेष महत्व है। आइये जानते हैं पूजा करने की विधि और विशेष जाप मंत्र जिससे आपकी पूजा भी सफल हो जायेगी और घर में समृद्धि आएगी।
आज से शारदीय नवरात्रि का आरंभ हो रहा है, और इसका पहला दिन मां शैलपुत्री को समर्पित है, जो हिमालय की पुत्री तथा मां दुर्गा का पहला स्वरूप मानी जाती हैं। इसी दिन कलश स्थापना के साथ नौ दिवसीय इस पुण्य व्रत की शुरुआत होती है। मान्यता है कि इस व्रत के नियमपूर्वक पालन से मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में शुभता, समृद्धि और सकारात्मकता का आगमन होता है।

पहले दिन की पूजा

नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप की पूजा होती है। भक्तजन पूरे विधि-विधान से कलश स्थापना कर मां से सुख-समृद्धि और शक्ति की कामना करते हैं। भक्तों के लिए दिनभर अलग-अलग शुभ मुहूर्त बताए गए हैं, ताकि सभी भक्त अपनी सुविधा अनुसार पूजा कर सकें।

मुख्य मुहूर्त क्या रहेगा?

• ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 AM – 05:22 AM (आध्यात्मिक साधना और ध्यान के लिए श्रेष्ठ)
• अभिजीत मुहूर्त: 11:36 AM – 12:24 PM (कलश स्थापना और पूजा का सबसे उत्तम समय)
• निशिता मुहूर्त: 11:50 PM – 12:38 AM (मंत्र सिद्धियों और विशेष पूजन के लिए शुभ)

चौघड़िया मुहूर्त (पहले दिन के शुभ समय)

• अमृत (सर्वोत्तम): 06:09 AM – 07:40 AM
• शुभ (उत्तम): 09:11 AM – 10:43 AM
• चर (सामान्य): 01:45 PM – 03:16 PM
• लाभ (उन्नति): 03:16 PM – 04:47 PM
• अमृत (सर्वोत्तम): 04:47 PM – 06:18 PM

Shardiya Navratri 2025: मान्यता है कि इन बताये गए मुहूर्तों में पूजा करने से मां दुर्गा विशेष कृपा करती हैं और साधक को उन्नति व सफलता मिलती है।

आज का विशेष जाप मंत्र

जयंती मंगला काली भद्र काली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते॥”

इस मंत्र का श्रद्धा और एकाग्रता से जप करने पर मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। ये मंत्र साधक को शांति, शक्ति और समृद्धि प्रदान करता है। मान्यता है कि नवरात्रि के प्रथम दिन इस मंत्र का जाप करने से पूरा नवरात्रि काल मंगलमय हो जाता है।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त:

• सुबह 6 बजे से शाम तक शुभ समय रहेगा।
• अभिजीत मुहूर्त (विशेष महत्व वाला समय) सबसे उत्तम माना गया है।

विशेष अभिजीत मुहूर्त: 11:36 AM से 12:24 PM तक, जो सबसे उत्तम माना गया है।

पूजा की विधि:

भक्त आज कलश स्थापना कर मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करते हैं और सुख-समृद्धि, शक्ति व शांति की कामना करते हैं।

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शारदीय नवरात्रि 2025 की शुरुआत कब हुई?

22 सितंबर 2025, सोमवार से नवरात्रि का पहला दिन शुरू हुआ।

पहले दिन किस देवी की पूजा होती है?

नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है।

कलश स्थापना का सबसे शुभ समय कौन सा है?

सुबह से शाम तक समय शुभ है, लेकिन अभिजीत मुहूर्त सबसे श्रेष्ठ माना गया है।