these four zodiac signs will become rich on this year last day
नई दिल्ली। शनिवार का दिन साल का आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर है। हर कोई खुशी-खुशी नए साल को विदा करके नई शुरूआत करना चाहता है। शनिवार को मेष राशि के लोगों को नकारात्मक विचारों से और गुस्से से बचना होगा। कर्क राशि के लोग विवादों से बचें। कन्या राशि के लोगों को धन लाभ हो सकता है। ऐसे में चलिए हम जानते हैं कि शनिवार यानि साल का आखिरी दिन आपके लिए क्या खास लेकर आने वाला है। वहीं इन राशियों के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति। नहीं होगी धन दौलत की कमी।
शनिवार का दिन आपके लिए बहुत लकी रहने वाला है। कोई खुशखबरी मिलने से परिवार में उत्साह का माहौल रहेगा। धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। व्यवसाय में किया गया निवेश लाभदायक होगा। फिजुलखर्ची से बचें।
समाजिक मान-सम्मान में वृद्धि होगी। राजनीतिक क्षेत्र में सफलता मिलेगी। परिवार में मांगलिक कार्यक्रम की योजना बन सकती है। सावधान रहें, कार्यक्षेत्र में सहकर्मी आपके खिलाफ साजिश कर सकते हैं। पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
प्यार के दृष्टिकोण से आज का दिन उत्तम है। ऑफिस में खुशनुमा माहौल रहेगा। पिता के तरफ से आर्थिक सहयोग मिल सकता है। इस राशि के युवा वर्ग को आज कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है। व्यवसाय में मनचाहा लाभ होगा।
धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। कार्यों में उलझन आने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। परिवार में किसी सदस्य का स्वास्थ्य खराब होने से अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ सकता है। कानूनी मामलों में अड़चने आएंगी।
निजी बातें एक दूसरे से साझा करने से बचें। आज कोई आपका अपना विश्वासघात कर सकता है। किसी तीसरे के चलते प्यार के रिश्तों में मन मुटाव हो सकता है। इस राशि के कारोबारी वर्ग उधारी देने से बचें। वाद-विवाद से बचें।
शनिवार का दिन की शुरुआत किसी अच्छी खबर से होगी। ऑफिस में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को गुड न्यूज मिल सकती है। व्यवसाय में उम्मीद से ज्यादा लाभ होगा।
शनि देव महाराज का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।
शनि देव का एकाक्षरी मंत्र
ऊँ शं शनैश्चाराय नमः।
साढ़ेसाती के प्रभाव से बचने का शनि मंत्र
ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम ।
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ।
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।
ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।