Budhaditya Yoga on Surya Grahan : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सर्व पितृ अमावस्या के दिन साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है। नवरात्रि के ठीक पहले होने के कारण कई राशियों के जीवन में खुशियां ही खुशियां ला सकता है। ज्योतिषों के अनुसार, यह बहुत ही दुर्लभ योग माना जा रहा है। माना जाता रहा है ऐसा संयोग करीब 178 दिनों के बाद बन रहा है।
बता दें कि इस साल 14 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या के मौके पर सूर्य ग्रहण लग रहा है। यह ग्रहण काफी खास माना जाता रहा है, क्योंकि ग्रहण के समय सूर्य और बुध दोनों की कन्या राशि में विराजमान रहेंगे। ऐसे में बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है। इसके साथ सर्वपितृ अमावस्या पर सूर्य ग्रहण पड़ रहा है।
माना जा रहा है कि ऐसा ग्रहण सन् 1845 में पड़ा था। उसके 178 साल बाद अब ऐसा संयोग बन रहा है। इसके साथ ही शनिवार के दिन पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या भी कहा जाएगा। इस दिन स्नान-दान के साथ पितरों का श्राद्ध करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण इस राशि के जातकों की भी किस्मत चमका सकता है। समाज में मान-सम्मान मिलेगा। प्रतिद्वंदियों के ऊपर भारी पड़ेगे। बिजनेस में भी अपार सफलता के साथ कोई बड़ी डील हासिल हो सकती है। पैसों की समस्या से निजात मिलेगा। आय के नए स्त्रोत खुलने के साथ बचत भी होगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। संपत्ति संबंधी मामलों में भी लाभ मिल सकता है।
इस राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण का विशेष लाभ मिल सकता है। धन-धान्य की बढ़ोतरी होगी। आय के नए स्तोत्र खुलेंगे। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। लंबे समय से रुका काम फिर से शुरू हो सकता है। इसके साथ ही पैसों की तंगी से छुटकारा मिलेगा। निवेश करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। व्यापार में भी मुनाफा होने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं।
Budhaditya Yoga on Surya Grahan : साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मिथुन राशि के जातकों को विशेष लाभ दे सकता है। रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है। जीवन में कई तरह के सुख मिल सकते हैं। कार्यस्थल में आपके काम की तारीफ हो सकती है। इसके चलते आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी भी दे सकते हैं। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण कर्क राशि के लोगों के लिए बहुत ही अच्छा साबित होने वाला है। कर्क राशि के जातकों को व्यापार में लाभ होगा और जो भी मानसिक समस्याएं चल रही है उन सब से छुटकारा मिलेगा।