(2026 Teej Festival Kab Hai / Image Credit: IBC24 News File)
2026 Teej Festival Kab Hai: हरतालिका तीज के अवसर पर महिलाएं माता पार्वती (माता शैलपुत्री) और भगवान शिव की आराधना करती हैं। यह व्रत खासकर कुंवारी कन्याओं और विवाहित महिलाओं द्वारा किया जाता है, ताकि परिवार और दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहे।
इस दिन पूजा के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की मिट्टी, रेत और काली मिट्टी से बनी मूर्तियां बनाई जाती हैं। पूजा के दौरान भगवान शिव को धोती और चंदन अर्पित किया जाता है। सुहाग की सामग्री ब्राह्मण को दान की जाती है, जो सास के चरणों को स्पर्श करने के बाद दी जाती है। पूजा के बाद कथा सुनी जाती है और रात्रि जागरण का विधान है। सुबह आरती के बाद माता पार्वती को सिंदूर अर्पित किया जाता है और हलवा भोग लगाकर व्रत का पारण किया जाता है।
हरतालिका तीज को कुछ स्थानों पर केवड़ा तीज के नाम से भी मनाया जाता है। इस परंपरा के अनुसार महिलाएं भगवान को केवड़ा के फूल अर्पित करती हैं।
कथा के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव से विवाह करने की इच्छा जताई थी। उनके पिता हिमालय, ने उन्हें भगवान विष्णु से विवाह करने का प्रस्ताव दिया, जिसे माता पार्वती ने अस्वीकार कर दिया। माता पार्वती की सहेली ने उन्हें भगवान शिव से विवाह के लिए कठोर तपस्या करने का सुझाव दिया। माता पार्वती ने रेत से शिवलिंग बनाकर घोर तपस्या की और भूख-प्यास को सहा। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें दर्शन दिए और विवाह का वचन दिया। तभी से इस दिन को हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है।