/ Image Source: Filmibeat
Kyunki Saas Bhi Kabhi Bahu Thi 2: 90 के दशक का मशहूर और दिलों को छू जाने वाला धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ ने भारतीय टेलीविजन के इतिहास में एक अनोखी पहचान बनाई थी। इस शो ने सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन ही नहीं किया, बल्कि उनके दिलों में गहरी भावनात्मक जगह भी बना ली थी। हर घर में यह सीरियल एक भावना बन चुका था, जिसे भुला पाना आज भी मुश्किल है। जब एकता कपूर ने इस शो के सीजन 2 की घोषणा की, तो जैसे पुराने समय की मधुर यादें एक बार फिर ताजा हो उठीं। लोग फिर से टीवी स्क्रीन के सामने अपने परिवार के साथ बैठने लगे, जैसे 25 साल पहले बैठा करते थे। 29 जुलाई को जब शो का पहला एपिसोड ऑनएयर हुआ, तो भावनाओं का सैलाब सा उमड़ पड़ा। कई दर्शकों की आंखें नम हो गईं, और लगा कि जैसे समय ने एक चक्र पूरा कर लिया हो। यह शुरुआत इतनी प्रभावशाली थी कि लगा, शो दोबारा इतिहास रचने जा रहा है। लेकिन अफसोस, यह खुशी ज्यादा देर टिक नहीं सकी।
जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ी, दर्शकों की उम्मीदों पर पानी फिरता गया। कहानी में वो नयापन नहीं था, जिसकी दर्शकों को उम्मीद थी। शो की स्क्रिप्ट, किरदारों की कहानी और भावनात्मक मोड़ कुछ-कुछ टीवी के एक और लोकप्रिय धारावाहिक ‘अनुपमा’ से मेल खाते नजर आने लगे। मिहिर विरानी (अमर उपाध्याय) का ऑफिस में तलाकशुदा महिला नोइना (बरखा बिष्ट) से मिलना और धीरे-धीरे उनकी ओर आकर्षित होना, अनुपमा की कहानी की याद दिलाने लगा। अनुपमा में भी ऑफिस रोमांस की शुरुआत कुछ इसी अंदाज में हुई थी, जहां वनराज और काव्या का रिश्ता काम के दौरान पनपा था। इसी तरह मिहिर का बदला हुआ व्यवहार, उसका एटीट्यूड और उसके बोलने का तरीका भी दर्शकों को वनराज जैसा लगने लगा है।
इस वजह से ही शायद ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ की टीआरपी में गिरावट देखने को मिल रही है। जहां ‘अनुपमा’ अब भी 2.3 की शानदार रेटिंग के साथ नंबर वन बना हुआ है, वहीं क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2 का दूसरा सीजन पिछली हफ्ते 1.9 रेटिंग के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गया। अगर यही स्थिति बनी रही, और दर्शकों को नई कहानी की बजाय पुराने शोज की छाया ही देखने को मिलती रही, तो वो दिन दूर नहीं जब ये सीरियल भी बाकी सीरियल्स की तरह टीआरपी की दौड़ से बाहर हो जाएगा और बंद करना पड़ेगा।