ओलंपिक में 20 किमी पैदल चाल में भारतीय खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन

ओलंपिक में 20 किमी पैदल चाल में भारतीय खिलाड़ियों का निराशाजनक प्रदर्शन

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  • Publish Date - August 1, 2024 / 04:30 PM IST,
    Updated On - August 1, 2024 / 04:30 PM IST

पेरिस, एक अगस्त (भाषा) भारतीय खिलाड़ियों का गुरुवार को यहां पेरिस ओलंपिक खेलों की पुरुष और महिला दोनों वर्ग की 20 किलोमीटर पैदल चाल में निराशाजनक प्रदर्शन रहा।

पुरुष वर्ग में विकास सिंह और परमजीत सिंह जहां क्रमश: 30वें और 37वें स्थान पर रहे, वहीं राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अक्षदीप सिंह छह किमी के बाद हट गए।

महिला वर्ग में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारक प्रियंका गोस्वामी 41वें स्थान पर रही। उन्होंने एक घंटा 39 मिनट और 55 सेकंड का समय निकाला जो उनके इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक घंटा 29 मिनट 48 सेकंड से काफी खराब प्रदर्शन है।

प्रियंका का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक घंटा 28 मिनट और 45 सेकंड है। वह इस साल के शुरू से ही ऑस्ट्रेलिया में अभ्यास कर रही थी लेकिन ओलंपिक में वह केवल दो खिलाड़ियों से ही आगे रही।

चीन की एशियाई खेलों की मौजूदा चैंपियन यांग जियायू ने 1:25.54 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि स्पेन की विश्व चैंपियन मारिया पेरेज़ (1:26:19) और ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता जेमिमा मोंटेग (1:26:25) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता।

पुरुष वर्ग में इक्वाडोर के ब्रायन डैनियल पिंटाडो ने एक घंटा 18 मिनट और 55 सेकंड में रेस पूरी करके स्वर्ण पदक जीता। उनकी तुलना में भारतीय खिलाड़ी काफी पीछे रहे। विकास ने एक घंटा 22 मिनट और 36 सेकंड का समय लिया, जबकि परमजीत ने 1:23:48 सेकंड में फिनिश लाइन पार की।

ब्राजील के काइओ बोनफिम (1:19:09) और मौजूदा विश्व चैंपियन स्पेन के अल्वारो मार्टिन (1:19:11) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते, जबकि तोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता इटली के मासिमो स्टैनो (1:19:12) चौथे स्थान पर रहे।

अक्षदीप के रेस के बीच में से हटने पर भारतीय टीम के एक कोच ने पीटीआई से कहा,‘‘उसे मूत्र संक्रमण के कारण 30 जुलाई को बुखार था। हालांकि कल उसका बुखार उतर गया था।’’

ओलंपिक में पुरुषों की 20 किलोमीटर पैदल चाल में भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन केटी इरफान ने 2012 में लंदन ओलंपिक खेलों ने किया था। वह तब एक घंटा 20 मिनट और 21 सेकंड का समय लेकर दसवें स्थान पर रहे थे।

भाषा

पंत मोना

मोना