Mohammed Shami's name for Arjuna Award
नई दिल्ली : Mohammed Shami : टीम इंडिया के दिग्गज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने अपने दम पर टीम को मैच जिताएं हैं। लेकिन क्या किसी को ये पता है कि शमी पहले ही सन्यास लेने वाले थे। क्रिकेट फैंस को जानकर ये हैरानी होगी कि मोहम्मद शमी आज से 5 साल पहले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके होते, लेकिन एक दिग्गज ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। दरअसल, मोहम्मद शमी को लेकर एक चौंकाने वाला राज खुल गया है, जो भारतीय फैंस के होश उड़ाकर रख देगा।
Mohammed Shami : टीम इंडिया को कई मैच जिताने वाले खतरनाक तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने साल 2018 में ही संन्यास ले लिया होता, लेकिन एक दिग्गज ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बॉलिंग कोच भरत अरुण ने खुलासा किया है कि मोहम्मद शमी साल 2018 में ही संन्यास ले चुके होते, लेकिन रवि शास्त्री ने उन्हें रोक लिया। बता दें कि रवि शास्त्री साल 2018 में टीम इंडिया के कोच थे और विराट कोहली तब टीम के कप्तान थे।
Mohammed Shami : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बॉलिंग कोच भरत अरुण ने कहा, ‘साल 2018 में इंग्लैंड दौरे से पहले मोहम्मद शमी एक फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए थे, जिसके बाद वह भारतीय टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे थे। इसके बाद मोहम्मद शमी को मैंने अपने कमरे में बुलाया। कमरे में आते ही मोहम्मद शमी ने मुझसे कहा कि वह क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं। मोहम्मद शमी की मानसिक हालत देखकर मैं उन्हें हेड कोच रवि शास्त्री के पास ले गया। मोहम्मद शमी ने इसके बाद रवि शास्त्री के सामने भी ये कहा कि वह अब क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं।’
Mohammed Shami : टीम इंडिया के बॉलिंग कोच भरत अरुण ने खुलासा करते हुए बताया, ‘मोहम्मद शमी ने जब रवि शास्त्री के सामने क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कही तो इस पर रवि शास्त्री ने मोहम्मद शमी को जवाब दिया कि अगर क्रिकेट नहीं खेलोगे, तो क्या करोगे। क्रिकेट के अलावा तुम क्या जानते हो।’
टीम इंडिया के बॉलिंग कोच भरत अरुण ने कहा, ‘इसके बाद हमने मोहम्मद शमी को गेंद थमाते हुए समझाया कि तुम जानते हो कि कैसे गेंदबाजी करनी है।’ टीम इंडिया के बॉलिंग कोच भरत अरुण ने खुलासा करते हुए बताया कि फिर रवि शास्त्री ने मोहम्मद शमी से कहा, ‘तुम्हारे हाथ में गेंद है। तुम्हारी फिटनेस खराब है. जो भी नाराजगी तुम्हारे भीतर है, वह अपने शरीर के जरिए बाहर निकाल दो। फिर रवि शास्त्री ने मोहम्मद शमी को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) भेजा और उनके संन्यास के फैसले को बदल दिया।