अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर में भूमिहीन परिवारों के लिए आवास योजना के तहत पहले चरण में 1500 मकानों का निर्माण होना था। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर निविदा आमंत्रित किए जाने के बाद भी किसी ने अंबिकापुर में बनने वाले पीएम आवास के लिए दिलचस्पी नहीं दिखायी है। दो साल से चल रही इस प्रक्रिया में देरी के चलते हितग्राहियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रोजेक्ट के दो बड़े कामों के लिए अहमदाबाद की कंपनी को ठेका दिया गया है, लेकिन ढाई सौ मकानों के लिए नगर निगम को ठेकेदार ही नहीं मिल पा रहा है।
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अंबिकापुर में पीएम आवास योजना के तहत भूमिहीन परिवारों के लिए 4000 मकानों का निर्माण होना है। पहले चरण में नगर निगम ने साल 2018 के अंत तक 1500 मकानों के निर्माण का लक्ष्य बनाया था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी सिर्फ 400 मकान ही तैयार हो पाए हैं। इस बीच नमनाकला इलाके में बनने वाले 261 मकानों के लिए नगर निगम को ठेकेदार ही नहीं मिल पा रहे है। राष्ट्रीय स्तर पर निविदा आमंत्रित करने के बाद भी किसी ने इस काम में रुचि नहीं दिखायी है।
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अंबिकापुर के लक्ष्मीपुर इलाके में 1 हजार 8 सौ 85 मकान और सुभाषनगर इलाके में 1 हजार 2 सौ 76 मकानों के लिए टेंडर जारी हो चुका है और इसकी जिम्मेदारी अहमदाबाद की कंपनी को दी गयी है। लेकिन शहर के बीचों बीच स्थित नमनाकला इलाके में टेंडर जारी नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से नगर निगम की कांग्रेस सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
निगम की लापरवाही की वजह से मकान तैयार नहीं हो पा रहे हैं और जिन हितग्राहियों का नाम सूची में हैं वो इंतजार करते करते थक चुके हैं हितग्राहियों की मानें तो मकान मिलने में काफी देरी हो रही है। नगर निगम ने चालू वित्तीय वर्ष में शहर में 4000 गरीबों को आवास देने का लक्ष्य निर्धारित किया था, लेकिन वित्तीय वर्ष को खत्म होने में अब।