रायपुर। छत्तीसगढ़ के पहले अखबार छ्तीसगढ़ मित्र की शुरुआत करने वाले पंडित माधव राव सप्रे की आज 147वीं जयंती है। 118 साल पहले अविभाजित छत्तीसगढ़ में माधव राव सप्रे ने प्रदेश में हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत की थी।
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उनका व्यक्तित्व और कृतित्व सभी साहित्यकारों, पत्रकारों और आम जनता के लिए भी प्रेरणादायक है। उन्होंने आज से लगभग 118 साल पहले सन् 1900 में पेंड्रा से श्री रामराव चिंचोलकर के साथ मिलकर हिन्दी पत्रिका ‘छत्तीसगढ़ मित्र’ का सम्पादन और प्रकाशन शुरू करते हुए छत्तीसगढ़ में पत्रकारिता की बुनियाद रखी।
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मुख्यमंत्री ने कहा ‘छत्तीसगढ़ मित्र‘ में प्रकाशित सप्रे जी की कहानी ‘टोकरी भर मिट्टी’ को हिन्दी की पहली मौलिक कहानी होने का गौरव प्राप्त है। राज्य सरकार ने उनके सम्मान में पंडित माधव राव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान की भी स्थापना की है। स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में सप्रे जी ने अपनी लेखनी से आम जनता के बीच राष्ट्रीय चेतना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए रायपुर में सन् 1912 में जानकी देवी कन्या पाठशाला की स्थापना की और वर्ष 1920 में यहां राष्ट्रीय विद्यालय की भी शुरूआत की।
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सप्रे जी का निधन 23 अप्रैल 1926 को रायपुर के तात्यापारा स्थित उनके निवास में हुआ। सप्रे जी की यादों के संजोने के लिये जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान डाईट पेंड्रा कॉलेज का नामकरण माधवराव सप्रे जी के नाम पर किया गया। सप्रे जी का न केवल पेंड्रा में बल्कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में भी गौरवशाली स्थान रहा है।
वेब डेस्क, IBC24