नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश। नरसिंहपुर के रिछाई गांव में दलित महिला से गैंगरेप मामले ने भी तूल पकड़ लिया है। पुलिस के रवैये को लेकर विपक्ष के आरोपों से चौतरफा घिरने के बाद खुद मुख्यमंत्री ने मामले पर संज्ञान लिया है। उन्होंने ASP, SDOP को हटाने के साथ ही चौकी प्रभारी पर केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने SP से भी स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा की महिलाओं के साथ अपराध किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इधर, पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में बढ़ रही वारदातों को लेकर सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने नरसिंहपुर गैंगरेप केस को लेकर ट्वीट कर पूछा की दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई, ज़िम्मेदार इन घटनाओं पर मौन क्यों हैं।
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आपको बता दें कि गैंगरेप पीड़िता ने पुलिस के शिकायत नहीं लिखने से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली थी। मामले ने तूल पकड़ा तो ASP राजेश तिवारी चीचली थाने पहुंचे और गोटे टोरिया चौकी प्रभारी को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी का दावा कर रही है।
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उधर खरगोन मारुगढ़ में नाबालिग से गैंगरेप मामले में आईजी योगेश देशमुख ने आरक्षक बलबीर यादव को सस्पेंड कर दिया है। आरक्षक डायल 100 में पोस्टेड था। गैंगरेप मामले में तीन दिन बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। आरोपियों पर इनाम की राशि 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए किया गया है।