पूर्वांचल के विकास के लिए सकारात्‍मक सोच जरूरी : उत्तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री

पूर्वांचल के विकास के लिए सकारात्‍मक सोच जरूरी : उत्तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री

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  • Publish Date - December 12, 2020 / 06:33 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

लखनऊ/ गोरखपुर, 12 दिसंबर (भाषा) उत्तरप्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को कहा कि ”नकारात्‍मक सोच की वजह से पूर्वांचल में गरीबी व पिछड़ापन देखने को मिला है। विकास में बाधक लोगों को दूध से मक्खी की तरह निकालना होगा और सकारात्‍मक सोच के साथ ही पूर्वांचल के विकास के साथ जुड़ना होगा।”

मुख्‍यमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के जरिये गोरखपुर विश्‍वविद्यालय और नियोजन विभाग द्वारा ”पूर्वांचल का सतत विकास-मुद़दे, रणनीति और भावी दिशा” विषय पर आयोजित राष्‍ट्रीय वेबिनार व संगोष्‍ठी को संबोधित कर रहे थे।

एक बयान के अनुसार उन्‍होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति में क्षेत्रीय विषमता प्रमुख बाधक तत्व है। क्षेत्रीय विषमता को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार ने पूर्वांचल और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए विकास बोर्ड का गठन किया है।

योगी ने कहा है कि पूर्वांचल के सतत विकास पर तीन दिवसीय मंथन में निकले निष्कर्ष पर नीति बनाने के लिए मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाई जाएगी। यह समिति इस वेबिनार व संगोष्ठी में आए सुझावों व अनुशंसाओं पर अध्ययन कर तीन माह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। आने वाले समय में पूर्वांचल में आर्थिक विकास के साथ सामाजिक उन्नयन भी दिखेगा।

भाषा आनन्‍द सं आशीष

आशीष