इंदौर। राजस्थान में जीका वायरस बढ़ी तेज़ी से पैर पसार रहा है। और जिसका असर अब मध्यप्रदेश में भी दिखाई देने लाहा है। बढ़ते खतरे को देखते हुए अब मध्यप्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट तो घोषित कर दिया है,लेकिन वायरस से लड़ने के लिए कोई जमीनी तैयारियां नहीं की हैं..डेंगू की मार झेल रहा इंदौर शहर अब जीका वायरल से भय की स्थिति में है। एक ओर जहाँ स्वास्थ्य विभाग दावे कर रहा है कि जीका वायरल का सबसे ज़्यादा खतरा गर्भवती महिलाओ को होता है,लेकिन फिर भी ज़मीनी तैयारी मजबूत नहीं दिखाई दे रही है।
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दरअसल एडीज मच्छर से फैलने वाले जीका वायरस राजस्थान के जयपुर में फ़ैल रहा है और अब तक मरीजों की संख्या 50 पार हो चुकी है। एक ओर जहाँ बड़ी संख्या में इंदौर में राजस्थान के लोग रहते हैं और त्योहारों में उनका आना-जाना लगा रहता है..वही दूसरी ओर राजस्थान सीमा से लगे होने की वजह से जीका वायरल का खतरा इंदौर में अधिक है।
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इसे देखते हुए इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट घोषित ज़रूर किया है,लेकिन जो तैयारी व्यापक रूप से करनी थी वो नज़र नहीं आ रही है..इंदौर में जहाँ डेंगू के मामल में मरीजों की वृद्धि होते जा रही है,वही जीका का वायरल शहर के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। हालांकि अभी जीका वायरल के एक भी केस नहीं मिले है..जीका वायरल को लेकर स्वास्थ्य विभागके हाई अलर्ट के बाद भी नगर निगम नियमित रूप से फॉगिंग करते दिखाई नहीं दे रहा और ना ही इसे लेकर जनजागृति की जा रही है..सीएमएचओ डॉ. अशोक ड़गरिया के मुताबित जीका वायरल को लेकर मलेरिया विभाग की टीम मच्छरों के खात्मे को लेकर काम कर रही है। प्रचार-प्रसार के माध्यम से भी जानकारी देने की बात कही जा रही है..लेकिन ज़मीनी तैयारी ना के बराबर है।
वेब डेस्क IBC24