(Stock Markets, Image Credit: IBC24 News Customize)
Stock Markets: हाल के कुछ कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में जबरदस्त उछाल देखने को मिली है। निफ्टी एक बार फिर 25,000 के लेवल को पार कर दिया है, जबकि सेंसेक्स भी 82,000 से ऊपर मजबूत बना हुआ है। हालांकि, इस तेजी के बाद निवेशकों को यह चिंता सता रही है कि क्या अब बाजार में गिरावट आ सकती है? वह इसलिए क्योंकि निफ्टी पहले भी 25,000 के ऊपर जाते ही नीचे फिसलता रहा है।
इस मुद्दे पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में फिलहाल कोई बड़ी गिरावट की संभावना नहीं दिखती। उन्होंने बताया कि प्राइस टू अर्निंग्स (P/E) और प्राइस टू बुक (P/B) दोनों मानकों के अनुसार बाजार की वैल्यूएशन संतुलित है। इसके साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति मजबूत बनी हुई है और विदेशी व घरेलू निवेशकों का भरोसा भी बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि हालिया तिमाही में कॉर्पोरेट अर्निंग्स में 7.4% की वृद्धि दर्ज की गई है, जो बाजार की उम्मीदों से बेहतर रही। इससे यह साफ होता है कि अर्थव्यवस्था तेजी पकड़ रही है। उन्होंने अनुमान जताया कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की GDP ग्रोथ 6.3% से 6.8% के बीच रह सकती है।
प्राइवेट बैंकों को लेकर कहा कि इनकी वैल्यूएशन फिलहाल P/B रेशियो के लिहाज से 2 से 3.3 गुना के बीच है, जो पिछले पांच वर्षों के औसत के करीब है। उन्होंने बताया कि एक्सिस बैंक को छोड़कर अधिकतर बड़े प्राइवेट बैंकों ने बीते साल अच्छी रिटर्न्स दी हैं। सरकारी बैंकों की बात करें तो उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर रहा है।
डिफेंस सेक्टर को लेकर उन्होंने कहा कि यह भारत का एक उभरता हुआ और रणनीतिक रूप से अहम सेक्टर बनता जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत के तहत सरकार इस क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहित कर रही है। फिलहाल इस क्षेत्र में 70% हिस्सेदारी सरकारी कंपनियों की है, लेकिन धीरे-धीरे प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी भी बढ़ रही है, जिससे लंबी अवधि में अच्छा मुनाफा मिलने की संभावना है।
मार्केट एक्सपर्ट ने निवेशकों को सलाह दिया कि अभी उन शेयरों में थोड़ा सतर्क होकर चलें जिनकी वैल्यूएशन काफी ज्यादा है। खासतौर पर मिडकैप स्टॉक्स का जिक्र करते हुए कहा कि इनका पी/ई रेशियो लगभग 34 गुना है, जो कि निफ्टी 50 के 24 गुना पी/ई से काफी ज्यादा है। हालांकि भारतीय बाजार की विशेषता यह है कि यहां तरलता अच्छी है, ग्रोथ की संभावनाएं और यह एक खुला बाजार है, जिससे यह ट्रेंड फिलहाल जारी रहने की उम्मीद है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।