(Yes Bank Share, Image Credit: Meta AI)
नई दिल्ली: Yes Bank Share: प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक के शेयरों ने आज 10 अक्टूबर को जबरदस्त उड़ान भरी है। बीएसई पर यह स्टॉक 8% चढ़कर 24.30 रुपये के स्तर तक पहुंच गया, जो कि इसका 52 सप्ताह का हाई भी है। बीते 9 में से 8 ट्रेडिंग सेशनों में शेयर में लगातार तेजी देखने को मिली है। सिर्फ दो सप्ताह में यह शेयर 14% और पिछले 6 महीनों में 36% मजबूत हो चुका है।
आज शुक्रवार 10 अक्टूबर को यस बैंक के शेयरों में जोरदार ट्रेडिंग देखी गई। कुल 18 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ, जो कि 20 दिन के एवरेज 3.2 करोड़ शेयरों से कई गुना अधिक है। इस तेजी ने निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों दोनों का ध्यान खींच लिया है।
सितंबर 2025 में जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन (SMBC) ने यस बैंक में सबसे बड़ा विदेशी निवेश किया। SMBC ने कुल 20.18% हिस्सेदारी खरीदी, जिसमें से 13.18% स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से और बाकी 7% हिस्सेदारी एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक समेत अन्य बैंकों से ली गई। यह किसी भारतीय प्राइवेट बैंक में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेश माना जा रहा है।
यस बैंक के एमडी और सीईओ प्रशांत कुमार ने SMBC के निवेश को गेम-चेंजर बताया है। उन्होंने कहा कि बैंक अब अपने संचालन ढांचे को और ज्यादा मजबूत करेगा और SMBC के साथ मिलकर कंपनी की विकास की नई दिशा पर काम करेगा। बैंक का लक्ष्य वित्त वर्ष 2027 तक 1% रिटर्न ऑन एसेट (ROA) हासिल करना है और इस साल के लिए 10-12% क्रेडिट ग्रोथ का लक्ष्य तय किया गया है।
भले ही यस बैंक के शेयर में तेजी है, लेकिन किसी ब्रोकरेज हाउस ने शेयर पर ‘Buy’ रेटिंग नहीं दी है। इस शेयर को कवरेज कर रहे 11 एनालिस्ट्स में से 9 ने ‘Sell’ और 2 ने ‘Hold’ की रेटिंग दी है। टेक्निकल एनालिस्ट का कहना है कि स्टॉक का पहला टारगेट 29 रुपये है और यदि यह इस स्तर को पार कर लेता है तो 40 रुपये तक जाने की संभावना बनती है।
यस बैंक अपने जुलाई-सितंबर 2025 की तिमाही के वित्तीय नतीजे 18 अक्टूबर को जारी करेगा। ताजा बिजनेस अपडेट के मुताबिक, बैंक के लोन 2.50 लाख करोड़ रुपये और जमा 2.96 लाख करोड़ रुपये रहे, जिसमें क्रमशः 6.5% और 7.1% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।