मुरादाबाद (उप्र), तीन सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक थाना प्रभारी समेत 10 पुलिसकर्मियों को गोमांस तस्करी के एक मामले को दबाने की कोशिश करते हुए बरामद मांस को मिट्टी में दबाने और संबंधित कार को छुपाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सतपाल अंतिल ने विभागीय जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद निलंबन का आदेश दिया।
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना सोमवार देर रात हुई। पुलिस की यूपी-112 की टीम ने पाकबड़ा थाना क्षेत्र के उमरी सब्जीपुर वन क्षेत्र में एक कार को संदेह के आधार पर रोका तथा जांच करने पर वाहन में कथित तौर पर भारी मात्रा में गोमांस पाया गया।
आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने घटना के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बजाय कथित तौर पर जब्त मांस को गड्ढा खोदकर मिट्टी में दबा दिया और कार को छुपा दिया।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया, ‘‘कुछ पुलिसकर्मियों ने तस्करों से समझौता करने की भी कोशिश की।’’
घटना की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अंतिल ने त्वरित जांच के आदेश दिये। पुलिस के विशेष कार्य बल ने पशु चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ गड्ढे में दबाये गये मांस को बाहर निकाला और फिर पुष्टि की कि वह गोमांस ही था।
सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में पाकबड़ा थानाध्यक्ष मनोज कुमार, चौकी प्रभारी (ग्रोथ सेंटर) अनिल कुमार, उपनिरीक्षक महावीर सिंह और तस्लीम, हेड कांस्टेबल बंसत कुमार और धीरेंद्र कसाना, कांस्टेबल मोहित, मनीष, राहुल और सोनू सैनी को निलम्बित कर दिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, ‘‘गोमांस गजरौला से कुंदरकी ले जाया जा रहा था। जिस कार से गोमांस बरामद किया गया था वह जांच में कुंदरकी के मोहल्ला सादात निवासी मोहम्मद शमी के नाम पंजीकृत पायी गयी है।’’
अपर पुलिस अधीक्षक कुंवर रणविजय सिंह ने बुधवार को कहा कि आरोपी तस्करों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
भाषा सं. सलीम सुरेश
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