Publish Date - July 3, 2025 / 09:50 PM IST,
Updated On - July 3, 2025 / 09:50 PM IST
Hanuman Garhi Ayodhya | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
अयोध्या हनुमानगढ़ी का बड़ा फैसला,
अब केवल शुद्ध देसी घी के लड्डू ही चढ़ेंगे प्रसाद में,
मिलावटी प्रसाद पर पूरी तरह रोक,
अयोध्या: Hanuman Garhi Ayodhya: खबर अयोध्या से है अगर आप अयोध्या स्थित सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन करना चाह रहे हैं, तो अब आपको कुछ नियमों का पालन भी करना होगा। दरअसल अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहाँ हनुमानगढ़ी पंचायती व्यवस्था ने एक फरमान जारी किया है जिसके अनुसार 1 जुलाई से यह नियम लागू कर दिया गया है कि हनुमान जी को केवल देसी घी से बने लड्डू ही प्रसाद स्वरूप चढ़ाए जाएंगे।
Hanuman Garhi Ayodhya: इतना ही नहीं लड्डू बेचने वाले व्यापारियों से भी हनुमानगढ़ी के साधु-संतों ने एक महत्वपूर्ण बैठक की है। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब मिलावटी प्रसाद की बिक्री पूर्ण रूप से बंद की जाएगी। लड्डू प्रसाद बेचने वाले व्यापारी अब केवल चार मान्यता प्राप्त कंपनियों के देसी घी का ही उपयोग कर सकेंगे। इसके अलावा लड्डू के डिब्बे पर उस दुकान का नाम स्पष्ट रूप से अंकित करना अनिवार्य होगा। केवल तभी हनुमान जी के गर्भगृह में स्थित पुजारी उस लड्डू को अर्पित करेंगे।
Hanuman Garhi Ayodhya: यही नहीं हनुमानगढ़ी मंदिर के पाँच प्रमुख प्रसाद विक्रेताओं के बीच कल एक और बड़ी बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया कि 1 जुलाई से केवल शुद्ध देसी घी से बने लड्डू ही बजरंगबली को भोग के रूप में चढ़ाए जा सकेंगे। इस निर्णय का उद्देश्य उन लगातार मिल रही मिलावट की शिकायतों को समाप्त करना है, जिससे श्रद्धालुओं को शुद्ध और सात्विक प्रसाद प्राप्त हो सके।
हनुमानगढ़ी पंचायती व्यवस्था द्वारा 1 जुलाई से लागू किए गए नए नियम के अनुसार, केवल शुद्ध देसी घी से बने लड्डू ही हनुमान जी को प्रसाद स्वरूप अर्पित किए जाएंगे।
क्या सभी प्रकार के लड्डू "हनुमानगढ़ी लड्डू नियम" के अंतर्गत स्वीकार्य हैं?
नहीं, केवल उन्हीं लड्डुओं को स्वीकृति मिलेगी जो चार मान्यता प्राप्त देसी घी कंपनियों के घी से बने होंगे और जिनके डिब्बे पर दुकान का नाम साफ़-साफ़ अंकित होगा।
"हनुमानगढ़ी लड्डू नियम" के पीछे उद्देश्य क्या है?
इस नियम का उद्देश्य मिलावटी प्रसाद की बिक्री को रोकना और श्रद्धालुओं को शुद्ध एवं सात्विक प्रसाद उपलब्ध कराना है।
क्या स्थानीय प्रसाद विक्रेताओं को "हनुमानगढ़ी लड्डू नियम" के अनुसार प्रशिक्षण या निर्देश दिए गए हैं?
जी हाँ, मंदिर प्रशासन और साधु-संतों ने प्रमुख विक्रेताओं के साथ बैठक कर सभी निर्देश स्पष्ट रूप से समझाए हैं और नियमों का पालन सुनिश्चित किया है।
क्या श्रद्धालु घर से लाया गया लड्डू भी चढ़ा सकते हैं?
केवल वही लड्डू स्वीकार किए जाएंगे जो निर्धारित गुणवत्ता और मान्यता प्राप्त घी से बने होंगे तथा जिन पर विक्रेता का नाम अंकित होगा। घर से लाए गए लड्डुओं की अनुमति पुजारी के विवेक पर निर्भर करेगी।