भाजपा सरकार में गरीबों, पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों के साथ हर स्तर पर भेदभाव: अखिलेश

भाजपा सरकार में गरीबों, पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों के साथ हर स्तर पर भेदभाव: अखिलेश

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  • Publish Date - May 2, 2025 / 07:37 PM IST,
    Updated On - May 2, 2025 / 07:37 PM IST

लखनऊ, दो मई (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्‍तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि भाजपा सरकार में गरीबों, पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों के साथ हर स्तर पर भेदभाव हो रहा है। उन्होंने कहा कि गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है।

यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन ने जब से भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति का अंत किया है तब से भाजपा घबराई हुई है।

उन्होंने कहा कि भाजपा अपने कट्टर समर्थकों का समर्थन बनाए रखने के लिए नफरत की राजनीति कर रही है और इसी के तहत भाजपा सरकार मदरसों के खिलाफ कार्रवाई कर ही है और वक्फ संशोधन कानून लायी है।

सपा मुख्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में यादव ने आरोप लगाया कि ”सत्ता में बैठे लोग पीड़ितों को अपमानित कर रहे हैं। गरीबों को सरकारी योजनाओं का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। जानकारी के अभाव में उन्हें योजनाओं के लिए लखनऊ तक दौड़ना पड़ता है, फिर भी कुछ नहीं मिलता।”

यादव ने कहा, ”मैं प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि समाजवादी सरकार में जिस तरह से फोन करने पर एम्बुलेंस और पुलिस आती थी, उसी तरह से 2027 में समाजवादी सरकार बनने पर ऐसी व्यवस्था करूंगा कि अधिकारी जनता के पास पहुंचकर सुनवाई करेंगे और न्याय दिलाने का काम करेंगे।”

सपा प्रमुख ने दावा किया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा अवैध निर्माण भाजपा के लोगों ने किया है, उन्होंने जमीनों पर अवैध कब्जा किया है।

उन्होंने कहा कि जनता बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर भाजपा से सवाल पूछ रही है।

उन्‍होंने कहा, ” भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति खत्म हो रही है इसलिए वह बौखलाई है और समाज में नफरत फैलाने में जुट गयी है। विधानसभा चुनाव 2027 में पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्‍पसंख्‍यक) भाजपा को हवा में उड़ा देगा। 2027 में इनकी सरकार चली जाएगी।”

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा दुष्प्रचार की राजनीति करती है, हिटलर की तरह झूठा प्रचार करते हैं इसिलए भाजपा से सबको सावधान रहना चाहिए।

सपा प्रमुख ने कहा, ”जातिगत जनगणना की मांग को लेकर समाजवादियों ने बहुत लंबी लड़ाई लड़ी है। 90 फीसदी आबादी वाला पीडीए परिवार जातिगत जनगणना चाहता है। जातीय गणना सामाजिक न्याय की दिशा में पहला महत्वपूर्ण कदम है।”

उन्होंने कहा, ” बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के बनाए संविधान की मूल भावना यही है कि सभी जातियों को उनके जनसंख्या के हिसाब से हक और सम्मान मिले। बहुत लंबी लड़ाई के बाद यहां तक पहुंचे हैं।”

यादव ने कहा, ” अभी आगे की लड़ाई बहुत लंबी है। इससे आगे निजी क्षेत्र और संस्थाओं में आरक्षण की मांग होगी। केंद्र सरकार पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से जातिगत जनगणना कराये, जिससे सभी अगड़े सामने आएं।”

यादव ने कहा कि प्रदेश में समाजवादी सरकार बनने पर नौकरियों में ‘आउटसोर्स’ की व्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किया जाएगा और पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाएगी।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने प्रदेश भर में बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को तोड़े जाने का दावा करते हुए कहा कि सरकार अराजक तत्वों से मिलकर ऐसा करवा रही है, इसीलिए पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

अखिलेश ने कहा कि उनकी मांग है कि बाबा साहब की प्रतिमाओं को तोड़ने और अपमानित करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।

भाषा आनन्‍द

संतोष

संतोष