दुबई, तीन दिसंबर (भाषा) विश्व के धार्मिक नेता, वैज्ञानिक और वैश्विक राजनीतिक अधिकारी रविवार को सीओपी28 के चौथे दिन पहले आस्था मंडप के उद्घाटन के लिए एक साथ आए और जलवायु संकट से निपटने में आस्थावान समुदायों व धार्मिक संस्थानों की भूमिका पर चर्चा की।
संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के संरक्षण में आयोजित समारोह में संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता एवं सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान और पोप फ्रांसिस का प्रतिनिधित्व करने वाले वेटिकन के विदेश मंत्री कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने भाग लिया।
आस्था मंडप आस्थावान समुदायों की भागीदारी के लिए समर्पित है। मंडप में धार्मिक नेताओं, वैज्ञानिकों और राजनीतिक नेताओं की परिचर्चा की मेजबानी की जाएगी। साथ ही युवाओं और स्वदेशी प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए विभिन्न पीढ़ियों के बीच संवाद को प्रोत्साहित किया जाएगा।
पोप फ्रांसिस ने अपने वीडियो संबोधन में कहा, “आज दुनिया को ऐसे गठबंधन की जरूरत है, जो किसी के खिलाफ नहीं, बल्कि सभी के फायदे के लिए हो। आइए, धार्मिक प्रतिनिधियों के रूप में, यह दिखाने के लिए एक उदाहरण स्थापित करें कि परिवर्तन संभव है, सम्मानजनक और टिकाऊ जीवनशैली का प्रदर्शन करें।”
अल अजहर के इमाम-अल-आजम ने कहा, “यह मंडप वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में धार्मिक नेताओं की आवाज को सुनने के लिए अनमोल अवसर है।”
शेख नाहयान बिन मुबारक अल नाहयान ने कहा, “यूएई भी सहयोग और सामूहिक कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है, उसका दृढ़ विश्वास है कि दुनिया की प्रगति और स्थिरता इस तरह के सहयोग पर निर्भर करती है।”
भाषा जोहेब दिलीप
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