50 साल बाद नासा का “मिशन मून” लॉन्च, चंद्रमा की सतह के 96.5 किलोमीटर पास से गुजरेगा, 12.17 बजे भरी उड़ान

NASA's Moon Mission 'Artemis-1': नासा का मून मिशन 'आर्टेमिस-1' आज लॉन्च हो गया है। भारतीय समय के अनुसार 12.17 बजे उड़ान भरी।

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  • Publish Date - November 16, 2022 / 02:57 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:57 PM IST

नई दिल्ली। NASA’s Moon Mission ‘Artemis-1’ :  अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का मून मिशन ‘आर्टेमिस-1’ आज लॉन्च हो गया है। रॉकेट ने फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से भारतीय समय के अनुसार 12.17 बजे उड़ान भरी। लॉन्चिंग का ओरिजिनल समय सुबह 11.34 बजे था। इससे पहले 29 अगस्त और 3 सितंबर को भी लॉन्चिंग की कोशिशें हुई थीं, लेकिन तकनीकी गड़बड़ी और मौसम खराब होने के चलते इन्हें टालना पड़ा था।

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चंद्रमा की सतह के 96.5 किलोमीटर पास से गुजरेगा

NASA’s Moon Mission ‘Artemis-1’ : नासा के मुताबिक, लॉन्च के कुछ मिनट बाद ही रॉकेट की अपर स्टेज ने ओरियन स्पेसक्राफ्ट को चांद की तरफ छोड़ दिया है। सोमवार को ओरियन चंद्रमा की सतह के 96.5 किलोमीटर पास से गुजरेगा। कुछ हफ्ते स्पेस में बिताने के बाद यह 11 दिसंबर को प्रशांत महासागर में आ गिरेगा।

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NASA’s Moon Mission ‘Artemis-1’ : जानकारी के लिए आपको बता दूं​ कि सुबह से रॉकेट में हाइड्रोजन गैस लीक हो रही थी, जिसे वैज्ञानिकों ने समय पर ठीक कर दिया। वहीं, हाल ही में फ्लोरिडा में आए तूफान निकोल ने मिशन को नुकसान पहुंचाया था। स्पेसक्राफ्ट का एक पार्ट ढीला होकर निकल गया था। हालांकि इसे भी वक्त रहते फिक्स कर दिया गया था।

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50 साल बाद मून मिशन की लॉन्चिंग

नासा ने 1972 में अपोलो मिशन चंद्रमा पर भेजा था। इसके 50 साल बाद मून मिशन की लॉन्चिंग की जा रही है। इस बार भेजे जा रहे स्पेसक्राफ्ट ओरियन को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए नासा ने दुनिया का सबसे ताकतवर रॉकेट SLS बनाया है। बार फिर आर्टेमिस मिशन के जरिए इंसानों को चांद पर भेजने की तैयारी कर रहा है। इसे तीन भागों में बांटा गया है। आर्टेमिस-1, 2 और 3। आर्टेमिस-1 का रॉकेट चंद्रमा के ऑर्बिट तक जाएगा, कुछ छोटे सैटेलाइट्स छोड़ेगा और फिर खुद ऑर्बिट में ही स्थापित हो जाएगा।

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