पंजशीर में कब्जा करने घुसा तालिबान, पीछे से हो गई एयर स्ट्राइक, आखिर किस देश ने किया हमला?

अफगानिस्तान (Afghanistan) के पंजशीर इलाके पर तालिबान ने कब्जा करने का दावा किया लेकिन इस दावे के बाद बीती रात को एक हैरान करने वाली खबर सुनाई दी। पंजशीर (Panjshir) में तालिबान के ठिकानों पर सोमवार देर रात को हवाई हमले हुए

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  • Publish Date - September 7, 2021 / 02:15 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

काबुल। air strike on taliban : अफगानिस्तान (Afghanistan) के पंजशीर इलाके पर तालिबान ने कब्जा करने का दावा किया लेकिन इस दावे के बाद बीती रात को एक हैरान करने वाली खबर सुनाई दी। पंजशीर (Panjshir) में तालिबान के ठिकानों पर सोमवार देर रात को हवाई हमले हुए। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि तालिबान के ठिकानों पर भारी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में अब ये सवाल उठ रहा है कि ये हवाई हमले किसकी ओर से किए गए हैं?

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air strike on taliban : अफगानिस्तान की स्थानीय मीडिया और पत्रकारों द्वारा देर रात को जानकारी दी गई कि तालिबान के ठिकानों पर पंजशीर में हमला हुआ है, अज्ञात लड़ाकू विमानों द्वारा ये हमला किया गया है, मुहम्मद अल्सुल्मानी द्वारा ट्वीट कर लिखा गया कि अज्ञात विमान तालिबान के ठिकानों पर हमला कर भागे और रेजिस्टेंट फोर्सेस वाले इलाके में चले गए, ये किसने किया, रूस या ताजिकिस्तान?

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तालिबान (Taliban) का दावा है कि पंजशीर पर अब उसका कब्जा है और अफगानिस्तान की जंग अब खत्म हो गई है, लेकिन पंजशीर की ज़मीन से जंग लड़ रहे नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों और उनके प्रमुख अहमद मसूद का कहना है कि वह आखिरी खून की बूंद तक लड़ेंगे, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि तालिबान को मुंहतोड़ जवाब किसने दिया?

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अफगानिस्तान के कई पत्रकारों द्वारा जो कयास लगाए जा रहे हैं, उनमें ताजिकिस्तान का नाम सबसे ऊपर आता है, क्योंकि अहमद मसूद का इन दिनों ताजिकिस्तान में होने का दावा किया गया है, इसके अलावा जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था, उस वक्त अफगान सेना के कई सैनिक, लड़ाकू विमान यहां से निकलकर ताजिकिस्तान तक पहुंचने में कामयाब हो पाए थे। ताजिकिस्तान वक्त-वक्त पर नॉर्दर्न एलायंस और तालिबान विरोधी गुटों का साथ देता आया है।

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इसके अलावा रूस और ईरान पर भी सवाल खड़े किए गए हैं, ईरान ने हाल ही में नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले की निंदा की थी और इस तरह किसी दूसरे देश के मामले में हस्तक्षेप का विरोध किया था। ऐसे में माना जा रहा था कि ईरान द्वारा इस हमले का बदला लेने के लिए ये किया गया है।

अमेरिका द्वारा जिस तरह से तालिबान के हाथ में पूरा अफगानिस्तान सौंप दिया गया, रूस ने उसको लेकर काफी आपत्ति जताई थी और अमेरिका की निंदा की थी, ऐसे में तालिबान को चोट देने के लिए रूस अगर नॉर्दर्न एलायंस का साथ देता है तो ये हैरान करने वाली बात नहीं होगी।

हालांकि, सोमवार की रात को पंजशीर में तालिबान के ठिकानों पर हुए हमले में कितना नुकसान हुआ, ये हमले किस जगह किए गए ये बातें साफ नहीं हुई हैं।