Sri Lanka Weather Crisis / Ani News
Sri Lanka Weather Crisis: कोलंबो: श्रीलंका में बीते कई दिनों से मूसलाधार बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है जिसके कारण बाढ़ और विनाशकारी भूस्खलन हो रहे हैं और बड़ी तबाही देखने को मिल रही है। मिली जानकारी के अनुसार इन आपदाओं के कारण अब तक 47 की मौत और 21 लोग लापता हो चुके हैं।
केंद्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, तेज बारिश के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे नदियाँ उफान पर हैं और कई जिलों में पानी घरों के भीतर तक घुस गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, जिसके चलते बचाव दलों को राहत कार्यों के दौरान भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले, अक्टूबर 2024 में भारी बारिश के कारण राजधानी कोलंबो और उपनगरीय क्षेत्रों सहित देश के कई हिस्सों में बाढ़ आई थी। इससे 1 लाख 34 हज़ार से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। कोलंबो में स्कूलों को बंद करना पड़ा था। कुछ इलाकों में पानी घरों और दुकानों की छतों तक पहुंच गया था। आपदा प्रभावित इलाकों में 10,000 से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किए गए हैं। सेना, नौसेना और पुलिस की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार राहत और बचाव अभियान चला रही हैं।
गंभीर संकट को देखते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने राजधानी कोलंबो में एक उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक (क्राइसिस मीटिंग) बुलाई। इस बैठक में मौसम विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सेना और स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। राष्ट्रपति ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री की तत्काल आपूर्ति, सुरक्षित निकासी, चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने और आपातकालीन वित्तीय सहायता की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार हर नागरिक की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
Deeply saddened by the loss of lives and extensive damages caused by the recent landslides and extreme weather conditions in Sri Lanka. @IndiainSL extends heartfelt condolences to the affected families and conveys solidarity with the people of Sri Lanka.@MFA_SriLanka @LkDefence…
— India in Sri Lanka (@IndiainSL) November 27, 2025
सरकार ने आगामी दिनों में भी भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद रखा गया है। प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को नदियों के किनारे और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने को कहा है।