ब्रिटेन: भारतीय मूल के कारोबारी दूसरी बार ‘लंदन बरो ऑफ साउथवार्क’ के मेयर चुने गए

ब्रिटेन: भारतीय मूल के कारोबारी दूसरी बार ‘लंदन बरो ऑफ साउथवार्क’ के मेयर चुने गए

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  • Publish Date - May 22, 2022 / 05:36 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:55 PM IST

( एच एस राव)

लंदन, 22 मई (भाषा) भारतीय मूल के व्यवसायी सुनील चोपड़ा दूसरी बार ‘लंदन बरो ऑफ साउथवार्क’ के मेयर चुने गए हैं।

दिल्ली में जन्मे चोपड़ा ने ‘सेंट्रल लंदन’ स्थित साउथवार्क कैथेड्रल में शनिवार को शपथ ग्रहण की। वह 2014-15 में भी ‘लंदन बरो ऑफ साउथवार्क’ के मेयर थे। वह 2013-14 में इसके डिप्टी मेयर थे। वह इस बरो (प्रशासनिक खंड) में इस प्रतिष्ठित पद पर बैठने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं।

ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने चोपड़ा के नेतृत्व में लंदन ब्रिज और वेस्ट बरमोंडसे सीट पर लिबरल डेमोक्रेट्स को हराया। इससे पहले इन सीट पर दशकों तक विपक्षी दल का कब्जा था। चोपड़ा की जीत मायने रखती है, क्योंकि ‘लंदन बरो ऑफ साउथवार्क काउंसिल’ में भारतीय मूल के मात्र दो प्रतिशत लोग है।

चोपड़ा ने 2010 में ब्रिटेन की राजनीति में कदम रखा था और वह 2014 में पहली बार इस बरो के मेयर चुने गए। उन्होंने तीन बार डिप्टी मेयर के रूप में भी सेवाएं दीं। बरहाल, उनकी राजनीतिक यात्रा 1970 के दशक में दिल्ली से ही शुरू हो गई थी।

वह 1972 में कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय के पहले अध्यक्ष बने। उन्होंने 1973-74 में एलएलबी की पढ़ाई के दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय में सुप्रीम काउंसलर का पद संभाला। बाद में, वह एनएसयूआई (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) की नयी दिल्ली इकाई के अध्यक्ष भी रहे। वह पिछले चार दशक से अधिक समय से लंदन में रह रहे है।

चोपड़ा ने 1979 में ब्रिटेन जाने के बाद एक खुदरा दुकान शुरू की, जिसने बाद में बच्चों के कपड़ों और शिशु उत्पादों का थोक व्यापार करना शुरू किया। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए और सामुदायिक कार्य किए। उन्होंने इलाके में भारतीय समुदाय के लिए ‘साउथवार्क हिंदू सेंटर’ की स्थापना की।

चोपड़ा ब्रिटेन और भारत के बीच आर्थिक एवं सांस्कृति संबंध मजबूत करने के पक्षधर हैं।

भाषा

सिम्मी नरेश

नरेश