बिहार में सरकार बनने के बाद महागठबंधन वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देगा: तेजस्वी यादव

बिहार में सरकार बनने के बाद महागठबंधन वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देगा: तेजस्वी यादव

  •  
  • Publish Date - June 29, 2025 / 07:23 PM IST,
    Updated On - June 29, 2025 / 07:23 PM IST

पटना, 29 जून (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को दावा किया कि बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता से बाहर होने वाला है और महागठबंधन की सरकार बनने पर केंद्र सरकार द्वारा लाये गये वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।

यादव ने यहां ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित ‘वक्फ बचाओ, संविधान बचाओ’ रैली को संबोधित किया, जहां विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता विरोध स्वरूप काली पट्टियां बांधकर पहुंचे थे।

राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता यादव ने कहा, ‘हमारे (राजद के) राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने स्पष्ट कर दिया है कि राजद इस कानून का पुरजोर विरोध करेगा। हमारे सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में इसका विरोध किया। हमने इस कानून के खिलाफ अदालत का भी दरवाजा खटखटाया है।’’

पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘मैं बिहार के अपने मुस्लिम भाइयों से भी कहूंगा कि वे याद रखें कि राजग सरकार जाने वाली है। नवंबर में राज्य में एक नयी गरीब समर्थक सरकार बनेगी और वह वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में डाल देगी।’’

यादव इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व करेंगे।

उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ और राज्य में सत्ता साझा करने वाली भाजपा को यह याद दिलाना होगा कि आजादी हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों द्वारा दिए गए बलिदानों के कारण मिली थी और किसी को भी ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए कि देश उसके पिता की संपत्ति है।

यादव ने उपस्थित लोगों से कहा, ‘मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण करके भाजपा की मदद करने के निर्वाचन आयोग के प्रयास के प्रति सतर्क रहें। हमें इसका मुकाबला करना होगा और लोगों को उनके मताधिकार से वंचित करने की किसी भी साजिश को विफल करना होगा।’

आमंत्रित अतिथियों में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात की।

खुर्शीद ने कहा, ‘इस कार्यक्रम का उद्देश्य वक्फ, लोकतंत्र और देश के बहुलवादी स्वरूप और संस्कृति को बचाना है।’ उन्होंने यह भी कहा कि उनका बचपन पटना में बीता था, जब उनके दादा जाकिर हुसैन बिहार के राज्यपाल थे।

रैली में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं में राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी और सैयद नासिर हुसैन भी शामिल थे। प्रतापगढ़ी जब सिर पर काली पट्टी बांधे खुले वाहन में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो भीड़, खासकर युवाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।

इस अवसर पर निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ ​​पप्पू यादव और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की बिहार इकाई के प्रमुख और विधायक अख्तरुल ईमान भी मौजूद थे।

भाषा आशीष दिलीप

दिलीप