Hemant Soren Latest News || Image- ANI News File
Hemant Soren Latest News: पटना: बिहार में इस दिनों विधानसभा चुनाव का शोरगुल अपने पूरे चरम पर है। पहले चरण के लिए नामांकन का दौर ख़त्म होने के बाद अब दूसरे चरण के मतदान के लिए नाम दाखिले के प्रक्रिया जारी है। बिहार के चुनावी मैदान में दो गठबंधन आमने-सामने है। इनमें सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन शामिल है। दोनों ही अलायंस ने कड़ी मशक्कत के बाद सीटों का बँटवारा पूरा कर लिया। हालांकि दोनों ही अलायंस में कई ऐसे घटक दल है जो सीटों के बंटवारे से खुश नहीं है। वही कुछ दल ऐसे है जिनके मुखिया खुद को गठबंधन में शामिल नहीं किये जाने से नाराज है। इन्ही में से एक दल है झारखण्ड मुक्ति मोर्चा। झामुमो वैसे तो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन मौजूदा बिहार विधानसभा चुनाव में इस दल को किनारे कर दिया गया, यानि झामुमो को सीटें नहीं दी गई। ऐसे में अब सम्भावना जताई जा रही है कि, इस नाराजगी का असर झारखंड के गठबंधन सरकार में देखने को मिल सकता है।
दरअसल इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं किये जाने और 16 सीटों की मांग पूरी नाह होने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह झारखंड में अलायंस की गंभीरता से समीक्षा करेगा। झामुमो अध्यक्ष सह सीएम हेमंत सोरेन बिहार चुनाव के बाद गठबंधन की समीक्षा कर आगे का निर्णय लेंगे। सूत्रों के अनुसार हेमंत को राजद का व्यवहार पसंद नहीं आया है। राजद नेता तेजस्वी ने जहां झामुमों की मांग को तवज्जों नहीं दिया तो राहुल गांधी ने भी उनकी मांगों पर कोई गंभीरता नहीं दिखाया। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पार्टी तथा कार्यकर्ताओं के सम्मान के लिए नई रणनीति बना सकते हैं।
Hemant Soren Latest News: झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने मंगलवार को कहा कि महागठबंधन के प्रमुख घटक दलों ने झामुमो को आखिरी समय तक गुमराह किया। बिहार में सम्मानजनक भागीदारी नहीं मिली। झामुमो बिहार की छह सीटों पर लड़ने का ऐलान कर चुका था, गठबंधन धर्म निभाते हुए पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारने का निर्णय लिया। बिहार में झामुमो को दरकिनार किया गया, जबकि झारखंड में हमने हमेशा सहयोगियों को पूरा सम्मान दिया। राजद और कांग्रेस का जो सियासी आचरण बिहार में दिखा, वह गठबंधन के लिए चिंता का विषय है। हेमंत सोरेन झारखंड में गठबंधन की समीक्षा करके निर्णय लेंगे।
जेएमएम नेता याद दिलाते हैं कि 2019 में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन में झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान राजद को सात सीटें दी गई थीं। राजद केवल एक सीट जीता फिर भी हेमंत सोरेन ने गठबंधन धर्म निभाते हुए राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता को पूरे पांच साल मंत्री बनाए रखा और उचित सम्मान दिया गया। 2024 में भी झामुमो ने राजद के प्रति यही रुख अपनाया। चार सीटों देवघर, गोड्डा, विश्रामपुर और हुसैनाबाद में जीतने के बावजूद राजद के एक विधायक संजय प्रसाद यादव को मंत्री बनाया गया।
Hemant Soren Latest News: बात झारखंड विधानसभा में पार्टियों की स्थिति की करें तो इसी साल के शुरुआत में हुए चुनाव में हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 34 सीटों पर विजयी रहें थे। इसी तरह कांग्रेस के खाते में 16, राजद को 4 और भाकपा-माले के हिस्से दो सीटें आई थी। बात विपक्ष की करें तो भाजपा को झारखंड में 21 सीटें, आजसू 1, लोजपा 1, जदयू 2 और अन्य एक व जेएलकेएम को एक सीट मिली थी। फिलहाल प्रदेश में झामुमो, कांग्रेस, राजद और भाकपा-माले आपस में मिलकर सरकार में है। बात दें कि, झारखण्ड में बहुमत का आंकड़ा 29 है जबकि झामुमों के पास ही अकेले 34 सीट है। ऐसे में कांग्रेस और राजद के अलग होने पर भी सरकार के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सम्भवतः यही वजह है कि, हेमंत सोरेन की पार्टी की तरफ से खुलकर बिहार चुनाव के बाद राज्य के गठबंधन की समीक्षा की बात कही जा रही है।
बता दें कि, बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर 2 फेज में वोटिंग होगी। मतदान 6 और 11 नवंबर को और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। पहले फेज में 6 नवंबर को प्रदेश के 121 सीटों में वोटिंग होगी। वहीं 11 नवंबर को दूसरे चरण के अंतर्गत 122 सीटों पर वोटिंग होगी।
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