पीएनबी को 2025-26 में 16,000 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा होने की उम्मीद

पीएनबी को 2025-26 में 16,000 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा होने की उम्मीद

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  • Publish Date - August 4, 2025 / 07:17 PM IST,
    Updated On - August 4, 2025 / 07:17 PM IST

नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2025-26 में वह पिछले साल के समान ही 16,000 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज करने की राह पर है।

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 48 प्रतिशत घटने के बावजूद पीएनबी के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अशोक चंद्रा ने उम्मीद जताई कि नई कर व्यवस्था में बदलाव के कारण लगभग 2,100 करोड़ रुपये की बचत की मदद से बैंक पिछले वित्त वर्ष में हासिल लाभ के स्तर को इस साल भी हासिल कर सकता है।

देश में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 में 16,630 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।

नई कर व्यवस्था में बदलाव के कारण पहली तिमाही के दौरान कर व्यय में उल्लेखनीय वृद्धि होने से बैंक का शुद्ध लाभ 48 प्रतिशत घटकर 1,675 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान कर व्यय 5,083 करोड़ रुपये था।

चंद्रा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”हमने सोचा कि पुरानी कर व्यवस्था से नई कर व्यवस्था में जाने का यह सही समय है। पुरानी कर दर 34.94 प्रतिशत है और नई कर दर 25.16 प्रतिशत है। इस प्रकार लगभग 10 प्रतिशत का अंतर है।”

उन्होंने कहा, ”जब आप पुराने कर से नए कर में स्थानांतरित होते हैं, तो आपको डीटीए (डेफर्ड कर संपत्ति) की गणना पर फिर से काम करना पड़ता है। इसकी गणना 34.9 प्रतिशत पर की गई थी, इसलिए जब हम फिर से गणना कर रहे हैं, तो यह नुकसान 3,424 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।”

चंद्रा ने कहा कि आगे चलकर, नई कर व्यवस्था में स्थानांतरण के कारण बैंक हर तिमाही में अपने परिचालन लाभ का 10 प्रतिशत बचाने जा रहा है।

उन्होंने कहा, ”इसलिए, यह मानते हुए कि हर तिमाही में 7,000 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ होगा, मुझे लगता है कि कर व्यवस्था में बदलाव के कारण शुद्ध लाभ में 700 करोड़ रुपये की शुद्ध वृद्धि होगी।”

यह पूछने पर कि क्या बैंक पिछले वित्त वर्ष में अर्जित लाभ को पार कर पाएगा, चंद्रा ने कहा कि यह पिछले वर्ष के स्तर पर ही रहेगा, क्योंकि नई व्यवस्था में स्थानांतरण से अब से हर तिमाही में लगभग 700 करोड़ रुपये की बचत होगी।

उन्होंने कहा कि ब्याज आय के अलावा ट्रेजरी संचालन से होने वाली आय से परिचालन लाभ में वृद्धि होगी।

भाषा पाण्डेय रमण

रमण