मुंबई, एक दिसंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार सोमवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अंत में मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। उच्चस्तर पर मुनाफावसूली और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी से दोनों मानक सूचकांक… बीएसई सेंसेक्स में 65 अंक की गिरावट आई जबकि एनएसई निफ्टी 27 अंक के नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स शुरुआती बढ़त गंवाकर 64.77 अंक यानी 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,641.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, सूचकांक 452.35 अंक चढ़कर 86,159.02 अंक के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया था।
पचास शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 27.20 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,175.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 122.85 अंक चढ़कर 26,325.80 अंक के अबतक के उच्चस्तर पर पहुंच गया था।
विशेषज्ञों के अनुसार, दूसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर जीडीपी वृद्धि के बाद इस सप्ताह आरबीआई के प्रमुख ब्याज दर में कटौती की उम्मीद कम होने से बाजार में उच्चस्तर पर गिरावट देखी गई।
जीएसटी संग्रह में धीमी वृद्धि और उच्चस्तर पर मुनाफावसूली से भी बाजार नुकसान में रहा।
शेयर बाजार शुरुआती कारोबार में अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया था। इसका कारण जुलाई-सितंबर में भारत की अर्थव्यवस्था के अनुमान से अधिक 8.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने के बाद निवेशकों की धारणा सकारात्मक थी। यह छह तिमाहियों में सबसे तेज वृद्धि है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, ट्रेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारतीय स्टेट बैंक और बजाज फिनसर्व प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं।
दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स, मारुति सुजुकी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, कोटक महिंद्रा बैंक, अदाणी पोर्ट्स और एचसीएल टेक शामिल हैं।
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार नए उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद, सीमित दायरे में रहा क्योंकि दिसंबर में आरबीआई द्वारा नीतिगत दर में कटौती की उम्मीद दूसरी तिमाही की अपेक्षा से बेहतर जीडीपी वृद्धि और रुपये में भारी गिरावट के बाद कम हुई है। दरों को युक्तिसंगत बनाये जाने के बाद जीएसटी संग्रह में कमी के कारण धारणा थोड़ी सतर्क रही।’’
पीएल कैपिटल के प्रमुख (परामर्श) विक्रम कसात ने कहा, ‘‘कमजोर वैश्विक संकेतों और सतर्क ब्याज दर परिदृश्य के बीच मुनाफावसूली के कारण बाजार ने शुरुआती बढ़त गंवा दी और रिकॉर्ड ऊंचाई से तेजी से नीचे आया।’’
मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.19 प्रतिशत नीचे आया जबकि छोटी कंपनियों से संबंधित स्मॉलकैप सूचकांक मामूली 0.05 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।
एशिया के अन्य बाजारों में, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में गिरावट का रुख था। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 3,795.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,148.48 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.96 प्रतिशत बढ़कर 63.60 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शुक्रवार को सेंसेक्स 13.71 अंक की मामूली गिरावट के साथ 85,706.67 अंक पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 12.60 अंक के नुकसान में रहा था।
भाषा रमण अजय
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