पारंपरिक हलवा रस्म के साथ बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने का काम आखिरी चरण में |

पारंपरिक हलवा रस्म के साथ बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने का काम आखिरी चरण में

पारंपरिक हलवा रस्म के साथ बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने का काम आखिरी चरण में

:   Modified Date:  January 26, 2023 / 07:11 PM IST, Published Date : January 26, 2023/7:11 pm IST

नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) छपाई के स्तर पर बजट दस्तावेज को अंतिम रूप देने का आखिरी चरण माना जाने वाला पारंपरिक हलवा समारोह बृहस्पतिवार को हुआ। इस रस्म में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हुईं और उन्होंने परंपरा के तौर पर हलवा बांटा।

यह समारोह हर साल होने वाली रस्म है जिसमें हलवा तैयार किया जाता है और बजट की तैयारी में शामिल रहे वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को परोसा जाता है।

यह समारोह दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक के ‘बेसमेंट’ में आयोजित किया जाता है। यहीं पर प्रिटिंग प्रेस है। वित्त मंत्रालय नार्थ ब्लॉक में ही स्थित है। इसमें वित्त मंत्री और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारी शामिल होते हैं।

पिछले साल कोविड-19 महामारी को देखते समारोह नहीं हुआ था। उसकी जगह मिठाई बांटी गयी थी। इस बार यह गणतंत्र दिवस के दिन हुआ। यह वास्तव में परंपरागत बजट कार्यक्रम है, जिसे बजट की छपाई से पहले मनाया जाता रहा है।

वित्त मंत्रालय की तरफ से ट्विटर पर जारी तस्वीरों के अनुसार समारोह में सीतारमण के अलावा, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और भागवत के कराड तथा वित्त सचिव टी वी सोमनाथन, आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ, दीपम (निवेश और लोक संपत्ति प्रबंध विभाग) सचिव तुहिन कांत पांडेय और राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ​​सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

इसके अलावा, मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत वी. नागेश्वरन, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष नितिन गुप्ता, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष विवेक जौहरी, अतिरिक्त सचिव (बजट) आशीष वछानी और बजट तैयार करने तथा संकलन की प्रक्रिया में शामिल वित्त मंत्रालय के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

सीतारमण वित्त वर्ष 2023-24 के लिये एक फरवरी को अपना पांचवां बजट पेश करेंगी। पिछले दो वित्त वर्षों की तरह 2023-24 का बजट भी डिजिटल रूप में दिया जाएगा।

आधिकारिक बयान के अनुसार वित्त मंत्री का बजट भाषण पूरा होने के बाद बजट से जुड़े सभी 14 दस्तावेज ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ पर उपलब्ध होंगे। यह ऐप एंड्रॉयड और एप्पल ओएस मंच पर उपलब्ध है। चौदह दस्तावेज में वार्षिक वित्तीय ब्योरा (बजट), अनुदान मांगें, वित्त विधेयक आदि शामिल हैं।

इस दौरान वित्त मंत्री ने बजट प्रेस का भी दौरा किया और संबंधित अधिकारियों को अपनी शुभकामनाएं देने के अलावा तैयारियों की समीक्षा की।

दरअसल ‘हलवा’ रस्म केंद्र सरकार के बजट की तैयारी में शामिल वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘अलग रखने’ की प्रक्रिया है। यानी बाहर की दुनिया से वे पूरी तरह अलग-थलग होते हैं।

ये अधिकारी और कर्मचारी संसद में बजट पेश होने तक नॉर्थ ब्लॉक के ‘बेसमेंट’ में ही रहते हैं। जहां पूरी गोपनीयता रखी जाती है। वित्त मंत्री के एक फरवरी को लोकसभा में अपना बजट भाषण पूरा करने के बाद ही वे बाहर आते हैं।

भाषा रमण अनुराग

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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