Reported By: Sunil Sahu
,Balodbazar Fraud Case | Image Source | IBC24
बलौदाबाजार: Balodbazar Fraud Case: 1500 करोड़ की ठगी कर लंबे समय से फरार दो सगे भाइयों को बलौदाबाजार की स्पेशल टीम ने महासमुंद से गिरफ्तार किया है। इस ठग गिरोह का मास्टरमाइंड कोई और नहीं, बल्कि एक सरकारी स्कूल का शिक्षक है। शिक्षक का नाम रामनारायण साहू बताया जा रहा है। इस पूरे मामले को IBC24 ने गंभीरता से उठाया था।
Balodbazar Fraud Case: बलौदाबाजार ज़िले के वीर भूमि सोनाखान में एक शिक्षक ने नेटवर्क मार्केटिंग और चिटफंड का जाल बिछाया और हजारों ग्रामीणों, व्यापारियों एवं महिला समूहों को फंसाकर करीब 1500 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया। आरोपी शिक्षक रामनारायण साहू ने इस ठगी की शुरुआत वर्ष 2016 से की थी। इस ठगी में विशेष रूप से वनांचल क्षेत्र के भोले-भाले ग्रामीणों और महिला समूहों को निशाना बनाया गया। पहले रामनारायण साहू लोगों का विश्वास जीतता, फिर उनसे मोटी रकम लेकर धोखाधड़ी करता। किसी ने जमीन बेचकर, किसी ने गहने बेचकर तो किसी ने बैंक से लोन लेकर रामनारायण साहू को पैसा दिया।
Balodbazar Fraud Case: ठगी के इस जाल में खासकर महिला समूहों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। महिला समूहों ने बैंक से लोन लेकर रामनारायण साहू को सौंपा। जब लंबे समय तक रामनारायण साहू अपने घर और गांव से गायब रहा, तब लोगों को शक हुआ और वे लगातार उसके गांव पहुंचने लगे। रामनारायण साहू ने न सिर्फ बलौदाबाजार ज़िले के लोगों को ठगा, बल्कि रायपुर, जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर और महासमुंद जिलों के हजारों लोगों से भी पैसे डबल करने का झांसा देकर ठगी की। इस स्थिति का शिकार केवल ग्रामीण और व्यापारी ही नहीं, बल्कि बड़ी संख्या में शिक्षक भी हुए हैं।
Balodbazar Fraud Case: कुछ समय पहले IBC24 की टीम जब महकम पहुंची, तो वहां के लोगों ने बताया कि उनके पैसे आरोपी शिक्षक रामनारायण साहू लेकर फरार हो चुके हैं। इस पड़ताल में चैनल ने कई अन्य आरोपियों के नाम भी उजागर किए थे। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए बलौदाबाजार एसपी भावना गुप्ता ने 8 सदस्यीय पुलिस की विशेष टीम गठित की। इस स्पेशल टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद कल देर रात शिक्षक रामनारायण साहू और उनके भाई हेमंत साहू को महासमुंद से गिरफ्तार कर लिया है। बलौदाबाजार एसपी ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ठगी हजारों लोगों से की गई है, लेकिन अभी तक केवल दो एफआईआर दर्ज हुई हैं। इन दोनों एफआईआर में करीब 1 करोड़ 23 लाख रुपये की ठगी सामने आई है। एसपी ने बताया कि आरोपियों के बैंक पासबुक, अकाउंट, फोन नंबर, संपत्ति और इनसे जुड़े सभी कागजातों की बारीकी से जांच की जाएगी।
Balodbazar Fraud Case:अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि ठगी का आंकड़ा 1500 करोड़ से भी ज्यादा हो सकता है। इस पूरे मामले में कई अन्य आरोपी भी शामिल हैं, जिनमें कुछ परिवार के सदस्य और कुछ बाहरी लोग शामिल हैं। इनकी तलाश जारी है। इस मामले में आगे और भी बड़े और अहम खुलासे हो सकते हैं। वहीं, बलौदाबाजार एसपी ने मीडिया के माध्यम से ठगी का शिकार हुए लोगों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराएं, ताकि उन्हें न्याय मिल सके।