Bilaspur News: रिश्वतखोर बाबू रंगे हाथों गिरफ्तार! अंतर्जातीय विवाह के नाम पर मांगी इतने रूपए की घूस, ऐसी खुली पोल कि कांप उठे अफसर

Bilaspur News: रिश्वतखोर बाबू रंगे हाथों गिरफ्तार! अंतर्जातीय विवाह के नाम पर मांगी इतने रूपए की घूस, ऐसी खुली पोल कि कांप उठे अफसर

  • Reported By: Jitendra Thawait

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  • Publish Date - October 10, 2025 / 04:25 PM IST,
    Updated On - October 10, 2025 / 04:25 PM IST

Bilaspur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • ACB ने किया बड़ा कारनामा,
  • बिलासपुर में रिश्वतखोर बाबू रंगे हाथों गिरफ्तार
  • क्लर्क को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोचा,

बिलासपुर: Bilaspur News:  शुक्रवार को अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग में ACB टीम ने छापा मारा। टीम ने सहायक ग्रेड-2 क्लर्क मनोज तोंडेकर को अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि जारी करने के नाम पर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

यह मामला बिल्हा क्षेत्र के निपनिया गांव के रहने वाले अभिलाष बर्मन का है जिसने साहू समाज की लड़की से अंतर्जातीय विवाह किया है। विवाह के बाद उसने अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन किया था। राशि जारी करने के बदले मनोज तोंडेकर ने 10 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी बाबू ने पहले अभिलाष को बार-बार कार्यालय के चक्कर लगवाए और बाद में दो लाख रुपए की राशि जारी करने के एवज में घूस की डिमांड की।

Bilaspur News:  शिकायत मिलने पर ACB ने घूसखोर बाबू को ट्रैप किया और लेनदेन के दौरान रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम ने रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली है। फिलहाल ACB अधिकारियों ने आरोपी बाबू से पूछताछ की मेडिकल जांच कराई और उसे कोर्ट में पेश कर दिया है। यह कार्रवाई कलेक्ट्रेट के पास स्थित पुरानी कंपोजिट बिल्डिंग में आदिम जाति विभाग के संभागीय कार्यालय में की गई।

 

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"आदिम जाति कल्याण विभाग रिश्वतखोरी मामले" में आरोपी कौन है?

उत्तर: बिलासपुर के सहायक ग्रेड-2 क्लर्क मनोज तोंडेकर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।

"अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन राशि" क्या होती है?

उत्तर: यह राशि उन जोड़ों को दी जाती है जिन्होंने अंतर्जातीय विवाह किया हो, ताकि सामाजिक समावेशन को बढ़ावा मिले।

"बिलासपुर ACB" ने इस मामले में क्या कार्रवाई की?

उत्तर: ACB ने आरोपी को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा और रिश्वत की रकम बरामद की, इसके बाद आरोपी की मेडिकल जांच कर कोर्ट में पेश किया।

"रिश्वतखोरी रोकने के लिए विभाग क्या कदम उठा रहा है?"

उत्तर: विभाग द्वारा कड़े जांच और सख्त कानूनी कार्रवाई के साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

"रिश्वतखोरी की शिकायत कहां करें?"

उत्तर: किसी भी भ्रष्टाचार की शिकायत सीधे ACB कार्यालय या स्थानीय पुलिस स्टेशन में की जा सकती है।