Bhagwan se Badla: भगवान से बदला लेने युवक ने निकाला नायाब तरीका, मंदिरों में करता था ऐसा काम, जानिए किस बात से ठन गई थी प्रभु से

Bhagwan se Badla Kaise Le: भगवान से बदला लेने युवक ने निकाला नायाब तरीका, मंदिरों में करता था ऐसा काम, जानिए किस बात से ठन गई थी प्रभु से

Bhagwan se Badla: भगवान से बदला लेने युवक ने निकाला नायाब तरीका, मंदिरों में करता था ऐसा काम / Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • भगवान से बदला लेने के लिए मंदिरों में चोरी की
  • आरोपी का भगवान पर से भरोसा उठ गया
  • पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वाहन के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया

भिलाई: Bhagwan se Badla Kaise Le अक्सर लोग अपनी मजबूरी के चलते चोरी करते हैं लेकिन दुर्ग पुलिस ने आज ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है जो भगवान से बदला लेने के लिए मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम देता था। बताया जा रहा है कि आरोपी भगवान से बेहद नाराज था और उसका आरोप है कि भगवान ने उसकी जिंदगी से खेला है। चोरी की वारदार को अंजाम देने वाले आरोपी का कहना है कि भगवान पर से भरोसा उठ गया और उसने तय किया कि अब वह भगवान से इसका बदला जरूर लेगा। तो चलिए जानते हैं कि आखिर क्यों शख्स भगवान से नाराज होकर मंदिरों में चोरी करने लगा।

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Bhagwan se Badla Kaise Le दअरसल भिलाई के वैशाली नगर निवासी यशवंत उपाध्याय पिछले कुछ सालों से एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी से लड़ रहा था। इस बीमारी से उबरने के लएि यशवंत ने कई जगह इलाज कराया, लेकिन उसे समाधान नहीं मिला। अंतत: इलाज कराते कराते कराते उसका भगवान पर से भरोसा उठ गया और उसने तय किया कि अब वह भगवान से इसका बदला जरूर लेगा। भगवान से बदला लेने के लिए यशवंत ने जिले के तमाम मंदिरों को वह निशाना बनाने लगा और लगभग दुर्ग जिले के 34 से ज्यादा मंदिरों में चोरी की वारदात को अंजाम दे डाली। यशवंत ने हाल ही में 10 मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दिया।

एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि चोर पहले तो मंदिरों में रेकी करता था, उसके बाद अगले दिन कपड़े बदलकर पैदल अपनी मंदिर तक पहुंचता और बाकायदा ताला तोड़कर मंदिरों की दान पेटी से दान के रुपए उड़ाकर रफू चक्कर हो जाता। इधर दुर्ग जिले के कई थानों में मन्दिरो में चोरी की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद दुर्ग पुलिस ने टास्क टीम बनाई और तमाम थानों के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। वीडियो में यशवंत उपाध्याय नामक युवक चोरी करता हुआ दिखाई दिया। लेकिन हर बार उसके कपड़े अलग थे, पर इनमें उसकी दुपहिया वाहन कॉमन थी।

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इसके बाद पुलिस ने यशवंत उपाध्याय को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह एचआईवी से पीड़ित है और मंदिरों से चोरी किए जाने वाले पैसो से वह अपना भरण पोषण कर रहा था और एचआईवी पीड़ित होने के कारण वह भगवान से भी नाराज था। इसलिए वह सिर्फ मंदिरों की दान पेटी को ही टारगेट बना था और मंदिरों से रुपए लेकर रफू चक्कर हो जाता। फिलहाल पुलिस ने यशवंत उपाध्याय को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया है। सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि आरोपी 2012 में मारपीट के मामले में जेल गया था और वही से वह चोरी करना सीखकर आया था और लंबे समय से चोरी कर रहा था।

चोरी करने का आरोपी कौन है और वह क्यों "मंदिरों" में चोरी करता था?

आरोपी का नाम यशवंत उपाध्याय है। वह एचआईवी से पीड़ित था और भगवान से नाराज था क्योंकि इलाज के बावजूद उसकी बीमारी ठीक नहीं हुई। इसलिए उसने भगवान से बदला लेने के लिए मंदिरों की दान पेटियों को निशाना बनाया।

आरोपी ने कुल कितने "मंदिरों" में चोरी की वारदात को अंजाम दिया?

आरोपी ने दुर्ग जिले में 34 से ज़्यादा मंदिरों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।

पुलिस ने आरोपी को कैसे गिरफ्तार किया?

पुलिस ने कई थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। वीडियो में आरोपी अलग-अलग कपड़ों में दिखा, लेकिन उसकी दुपहिया वाहन कॉमन थी। इसी से पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।

क्या आरोपी का कोई आपराधिक इतिहास है?

हाँ, आरोपी यशवंत उपाध्याय 2012 में मारपीट के एक मामले में जेल जा चुका है। उसने जेल से ही चोरी करना सीखा था।

चोरी के पैसों का आरोपी क्या करता था?

आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह चोरी किए गए पैसों का इस्तेमाल अपने भरण-पोषण के लिए करता था।