Publish Date - June 20, 2025 / 08:03 PM IST,
Updated On - June 20, 2025 / 08:05 PM IST
Pension | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
पेंशन के नाम पर रिश्वतखोरी,
फिंगेश्वर में दो बाबुओं पर आरोप,
दो विधवाओं से 2-2 लाख की अवैध वसूली का आरोप,
राजिम: Pension: ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) कार्यालय फिंगेश्वर में पदस्थ दो लिपिकों राम ध्रुव और मजहर खान पर दो विधवा महिलाओं से पेंशन स्वीकृति के नाम पर 4 लाख रुपये की अवैध वसूली का आरोप लगा है।
Pension: पीड़ित महिलाओं ने इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी और गरियाबंद एसपी से की जिसके बाद जांच टीम फिंगेश्वर पहुंचकर मामले की तफ्तीश में जुट गई है। मामला शिक्षकों की मृत्यु के बाद उनके परिजनों को मिलने वाली पेंशन से जुड़ा है। जानकारी के अनुसार शिक्षक गेसराम कंवर के निधन के बाद उनकी पत्नी बीते चार वर्षों से पेंशन के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रही थी।
Pension: आरोप है कि राम ध्रुव नामक बाबू ने प्रक्रिया पूरी कराने के नाम पर चेक लेकर 2.80 लाख रुपए की रकम निकाल ली। दूसरी पीड़िता शिक्षक चेनसिंह दीवान की पत्नी ने बताया कि मजहर खान ने पेंशन स्वीकृति के बदले सीधे 2 लाख रुपए नगद की मांग की जो उन्होंने मजबूरी में दे दिए। शिकायत सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आया औरअब मामले की जांच कर रही है।
"पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" से संबंधित मामले में शिकायत कहाँ दर्ज कर सकते हैं?
यदि आपको भी "पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" से जुड़ी समस्या है, तो आप जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) या संबंधित एसपी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
क्या "पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" के मामलों की जांच होती है?
हाँ, "पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" के मामलों की जांच प्रशासनिक और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम द्वारा की जाती है और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होती है।
"पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" से कैसे बचा जाए?
इससे बचने के लिए पेंशन प्रक्रिया की जानकारी स्वयं रखें, किसी भी प्रकार की मांग को रिकॉर्ड करें और कभी भी बिना रसीद या सबूत के कोई राशि न दें।
यदि पेंशन प्रक्रिया में देरी हो रही हो तो क्या करें?
अगर "पेंशन स्वीकृति" में अनावश्यक देरी हो रही है, तो उच्च अधिकारियों से संपर्क करें या जनसुनवाई/लोक सेवा केंद्र के माध्यम से शिकायत करें।
"पेंशन स्वीकृति में भ्रष्टाचार" का शिकार होने पर क्या दस्तावेज़ सुरक्षित रखें?
सभी चेक की प्रतियाँ, पैसे देने के सबूत, ऑडियो/वीडियो रिकॉर्डिंग (यदि हों), और लिखित संचार को सुरक्षित रखें ताकि जांच में मदद मिल सके।