Members of this royal family can contest elections on this hot seat: रायगढ़। जिले में कांग्रेस का गढ़ और हॉट सीट कही जाने वाली खरसिया विधानसभा सीट पर इस साल दिग्गजों की नजर है। इस सीट पर जहां पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी अपना भाग्य आजमा चुके हैं, तो वहीं इस बार जूदेव परिवार की निगाह भी सीट पर टिकी हुई है। सियासी गलियारे में चर्चा है की प्रबल प्रताप जूदेव इस सीट पर चुनाव लड़ सकते है। प्रबल प्रताप इस सीट पर लगातार दौरा भी कर रहे हैं। ऐसे में ये तय है कि बीजेपी इस सीट पर कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल की मजबूत घेराबंदी करने की रणनीति बना रही है।
दरअसल, रायगढ़ जिले में खरसिया विधानसभा सीट एकमात्र ऐसी सीट है जिस पर कांग्रेस पिछले कई चुनावों से लगातार जीतती आई है। इस सीट पर नंदकुमार पटेल के बाद अब कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल विधायक हैं। पिछले चुनाव में इस विधानसभा सीट पर ओपी चौधरी ने कैबिनेट मंत्री उमेश पटेल को मजबूर टक्कर दी थी और ओपी तकरीबन 17000 वोटों से पराजित हुए थे। इस चुनाव में ओपी चौधरी की नजर रायगढ़ और चंद्रपुर सीट पर है। ऐसे में जूदेव परिवार अब खरसिया सीट पर निगाह लगाए बैठा है। इस सीट पर प्रबल प्रताप सिंह जूदेव की लगातार सक्रियता है।
सियासी गलियारे में चर्चा है कि अगर संगठन मौका देती है तो प्रबल प्रताप इस सीट पर से चुनाव लड़ सकते हैं। इधर साहू समाज ने भी खरसिया विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट की मांग की है। इस सीट में साहू समाज के लगभग 18000 वोटर हैं। समाज की अन्य ओबीसी समाजों में भी गहरी पैठ है। ऐसे में साहू समाज इस क्षेत्र से नेतृत्व की मांग कर रहा है। इधर मामले में जिला भाजपा भी इस बात को स्वीकार कर रहा है कि खरसिया विधानसभा सीट को लेकर प्रदेश भाजपा काफी गंभीर है। प्रदेश के सह संगठन मंत्री पवन साय ने इसी हफ्ते खरसिया विधानसभा सीट के एक-एक बूथ का आंकलन भी किया है। संगठन का कहना है कि इस बार खरसिया सीट में मजबूत चेहरा चुनावी मैदान में उतरेगा। इस सीट पर जुदेव परिवार के साथ साथ साहू समाज की भी नजर है।
Members of this royal family can contest elections on this hot seat: संगठन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर बेहद मजबूती से इस सीट पर चुनाव लड़ेगा। इधर कांग्रेस संगठन का कहना है कि खरसिया कांग्रेस का गढ़ रही है। इस सीट पर पूर्व में स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव भाग्य आजमा चुके हैं तो वहीं पिछले चुनाव में ओपी चौधरी को भी करारी हार मिली है। ऐसे में यह सीट कांग्रेस का मजबूत गढ़ है जिसे भेद पाना भाजपा के लिए नामुमकिन होगा। भारतीय जनता पार्टी खरसिया विधानसभा को लेकर बहुत गंभीर है। गंभीरता का आकलन यह है कि प्रदेश के संगठन मंत्री 2 दिन हर बूथ पर जाकर पार्टी के कामों की समीक्षा कर रहे हैं। पार्टी इस चुनाव को चैलेंज मानकर चल रही है और हर हाल में जीतना चाह रही है। पार्टी अच्छे उम्मीदवार के चयन में भी लगी हुई है.. सामाजिक समीकरण को देखा जाएगा। बड़ी पर्सनालिटी के हिसाब से जुदेव परिवार भी बड़ी पर्सनालिटी है। IBC24 से अविनाश पाठक की रिपोर्ट