Radhika Khera Controversy: रायपुर। क्या कांग्रेस पार्टी के भीतर राष्ट्रीय और स्थानीय नेताओं में खींचतान जारी है, क्या कांग्रेस पार्टी में महिलाओं का अपमान हो रहा है? ये सारे सवाल बीते कुछ घंटों से प्रदेश के सियासी गलियारे में बहस का सबब बने हुए हैं। वजह है कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा के साथ रायुपर के राजीव भवन में हुई बहस। राधिका खेड़ा ने केंद्रीय नेतृत्व से स्थानीय नेताओं की शिकायक कर पार्टी छोड़ने तक की बात कही है। कांग्रेस कहती है सामान्य सी घटना है, अंदर की बात है, जल्द सुलझा लेंगे। बीजेपी कह रही है कांग्रेस में महिलाओं का अपमान नया नहीं है, ये असल चेहरा है।
कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा के इस वीडियो और X-पोस्ट के बाद छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक खलबली मच गई। खेड़ा ने मामले में जल्द बड़ा खुलासा करने की चेतावनी भी है, जिससे पता चलता है मामला संगीन है। हुआ ये कि रायपुर स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में राधिका खेड़ा और कांग्रेस के पब्लिसिटी सेल के चेयरमैन पवन खेड़ा कांग्रेस नेताओं से बात कर रहे थे। इस दौरान PCC संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने राधिका खेड़ा के अधिकारों पर आपत्ति जताई, जिसपर दोनों में गरमागरम बहस हुई। नौबत गालीगलौज तक की जा पहुंची। इस बर्ताव से राधिका खेड़ा काफी व्यथित हुईं। उन्होंने कांग्रेस भवन से ही दिल्ली में आला नेताओं को अपने साथ घटे पूरे घटनाक्रम की शिकायत की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में वो पार्टी छोड़ने तक की बात कहती सुनाई दे रही हैं।
बताया गया कि शिकायत के बावजूद नेताओं के उदासीन रवैये से राधिका खेड़ा को पैनिक अटैक तक आ गया। बाद में राधिका खेड़ा ने X-पोस्ट कर अपनी व्यथा सार्वजनिक कर दी। यहां तक की राधिका खेड़ा ने X के बायो से पूर्व CM भूपेश बघेल के साथ की अपनी तस्वीर तक हटा दी। मामले के चौरतरफा तूल पकड़ने पर बीजेपी इसे कांग्रेस का असल चरित्र बता रही है तो कांग्रेस इसे सामान्य घटना बताते हुए सफाई की मुद्रा में है।
Radhika Khera Controversy: मामला तूल पकड़ा तो कांग्रेस नेताओं ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। खुद पवन खेड़ा, जिनके दौरे को लेकर ये सारा बखेड़ा खड़ा हुआ, उन्होंने भी इसे कांग्रेस परिवार का मामला बताते हुए विवाद से बचने की कोशिश की। तो घटना को कांग्रेस नेता ऑल इज वेल बताने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि राधिका खेड़ा एक के बाद एक पोस्ट से लगता है कि बात निकली है तो दूर तलक जाएगी। सबसे बड़ा सवाल है, कि क्या ये बवाल थम गया है, सवाल है इसका जिम्मेदार कौन है, क्या इसका खामियाजा भी पार्टी भुगतने वाली है?