रायपुर: Uproar Over Conversion उत्तरप्रदेश के बरेली की, जहां आई लव मोहम्मद की आग ने पूरे समाज को लपेटे में ले लिया। स्थिति लॉ-एंड-ऑर्डर बनती दिखी तो योगी सरकार ने सख्ती दिखाते हुए आग लगाने वालों के ठिकाने पर बुलडोजर वाला एक्शन कर दिया। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के शहडोल में जहां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर पथराव के बाद तनाव के हालात बने हुए हैं। नाराज हिंदू संगठन ने थाने में शिकायत की। तो वहीं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भी धर्मांतरण के खिलाफ हल्लाबोल जारी है।
Uproar Over Conversion छत्तीसगढ़ में विकास की राह का सबसे बड़ा रोड़ा अगर नक्सलवाद रहा है, तो बस्तर की आदिवासी संस्कृति को सबसे बड़ा खतरा रहा है। धर्मांतरण से तेजी से पैर पसारते धर्मांतरण ने बस्तर में आदिवासियों के 2 वर्ग बना दिए हैं, लेकिन दावों के उलट अब आदिवासी अंचल में दबे-छिपे होने वाला धर्मांतरण राज्यों राजधानी तक पहुंच चुका है।
बजरंग दल ने घर को घेर लिया और प्रार्थना सभा की आड़ में हिंदुओं को ईसाई बनाने का आरोप लगाया। आसपास के लोग भी इकट्ठा हुए और घर में घुसकर तोड़फोड़ की कोशिश की बाहर खड़ी गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया। हंगामा हुआ तो पुलिस भी हरकत में आई और लोगों को तोड़फोड़ से रोका। मोहल्ले के लोगों का आरोप है कि एक हिंदू महिला की बीमारी के इलाज के बहाने उसे ईसाई बनाया जा रहा था। पुलिस ने मौके से दो महिलाओं समेत 3 लोगों को हिरासत में ले लिया।
बस्तर के अदिवासी अंचलों में पहले ही धर्मांतरण के चलते विवाद, तनाव और हिंसा से जुड़ी कई घटनाएं सामने आ चुकी है। अब शहर में भी ये बीमार पैर पसार रही है। इसे लेकर सियासत भी गरमाई और आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
धर्म एक बेहद व्यक्तिगत मामला है लेकिन किसी दबाव और प्रलोभन में धर्म बदलने की कोशिश अपराध है। जिसके खिलाफ लंबे समय से सख्त कानून की मांग की जा रही है। छत्तीसगढ़ में ये समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। जिसने सामजिक सौहार्द को तो नुकसान पहुंचाया ही है। कानून-व्यवस्था की समस्या और प्रशासन की चुनौैती भी बढ़ा दी है।