एक साल में 5,579 स्टूडेंट्स समेत 14 हजार 578 ने दी जान, सुसाइड मामले में MP टॉप-3 में

NCRB की वार्षिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि वर्ष 2020 में 2019 की तुलना में आत्महत्या के मामलों में मध्य प्रदेश में 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।

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  • Publish Date - October 31, 2021 / 09:14 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में सुसाइड करने वालों की संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वार्षिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि वर्ष 2020 में 2019 की तुलना में आत्महत्या के मामलों में मध्य प्रदेश में 17 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। मध्यप्रदेश में 2020 में सुसाइड के 14,578 मामले सामने आए।

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जबकि 2019 में 12,457 लोगों ने सुसाइड किया था। इसमें सबसे अधिक चिंताजनक छात्रों के आंकड़े हैं। एमपी में 2020 में 5,579 छात्रों ने सुसाइड किया। इसमें स्कूली बच्चों से लेकर उच्चशिक्षा हासिल करने वाले छात्र शामिल हैं।

प्रदेश में भोपाल में सुसाइड के मामले 17.8 प्रतिशत बढ़े, जबकि इंदौर में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं, जबलपुर में 19.9% की सुसाइड के केस में कमी आई। प्रदेश में 2020 में 9,663 पुरुष जबकि 4,915 महिलाओं ने सुसाइड किया है। इसी तरह देशभर की बात की जाए तो आत्महत्या के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में सामने आए।

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महाराष्ट्र में कुल 19,909 मामले दर्ज किए गए जो कुल मामलों का 13 प्रतिशत हैं। उसके बाद तमिलनाडु में 16,883। मध्य प्रदेश में 14,578। पश्चिम बंगाल में 13,103 और कर्नाटक में 12,259 मामले दर्ज किए गए। इन पांच राज्यों के आंकड़ों को यदि मिला दिया जाए तो ये देशभर में दर्ज किए गए आत्महत्या के कुल मामलों के 50.1 प्रतिशत मामले हैं, जबकि बाकी 49.9 फीसदी मामले शेष 23 राज्यों एवं आठ केंद्र शासित प्रदेशों में दर्ज किए गए।

मध्य प्रदेश में वर्ष 2020 में 5वीं से 10वीं कक्षा तक पढ़ने वालों में 2887 छात्रों ने सुसाइड किया। इनमें 1944 छात्र जबकि 943 छात्राएं हैं। जबकि 10वीं से 12वीं के बीच 2045 छात्रों ने खुदकुशी की है। इस तरह स्नातक, स्नातकोत्तर के 533 छात्र, वहीं, डिप्लोमा के 144 छात्रों ने सुसाइड किया। कुल 5579 छात्रों ने अलग-अलग वजहों से जान दी।

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आंकड़े बताते हैं कि भोपाल में वर्ष 2019 में 353 लोगों ने सुसाइड किया, जबकि 2020 में 416 लोगों ने जान दी। इसी तरह इंदौर में 2020 में 644 सुसाइड के केस आए जबकि 2019 में 618 केस थे… जबलपुर में 2019 में 302 केस आए थे।

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