जबलपुर। भोपाल में बीजेपी तो जबलपुर में कांग्रेस किसे टिकट दे इस पर पेंच फंसा हुआ है। दिग्विजय सिंह को हराने के लिए बीजेपी जहां जुगत लगा रही है, वहीं जबलपुर में विधानसभा में उत्साहजनक परिणाम के बाद कांग्रेस विवेक तन्खा पर दांव खेल सकती है। जबलपुर संसदीय क्षेत्र के लिए भाजपा अपने प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का नाम घोषित कर चुकी है। राकेश सिंह 3 बार से जबलपुर के सांसद चुने जा चुके हैं और उनके खिलाफ माहौल है। इस परिस्थिति को कांग्रेस भुनाना चाहती है। बता दें कि शनिवार देर रात तक कांग्रेस की एक और सूची आ सकती है। इसमें मध्यप्रदेश से जबलपुर संसदीय सीट से विवेक तन्खा, सीधी से अजय सिंह और छिंदवाड़ा से नकुल नाथ के नामों की घोषणा हो सकती है।
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इससे पहले कमलनाथ ने सूची जारी होने से पहले कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम भोपाल से प्रस्तावित कर सबको चौंका दिया था। नाथ ने दिग्गी को चुनौती देते हुए कहा था कि प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को उन सीटों से चुनाव लड़ना चाहिए जहां से पार्टी 30-35 साल से चुनाव नहीं जीती है। कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह को भोपाल के अलावा जबलपुर या इंदौर सीट से चुनाव लड़ने की सलाह भी दी थी। इसके बाद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कमलनाथ को धन्यवाद देते हुए उन्हें “कहां से चुनाव लड़ना है” का फैसला राहुल गांधी पर छोड़ दिया था।
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दिग्विजय सिंह के भोपाल से प्रत्याशी बनने की घोषणा के बाद जबलपुर और इंदौर संसदीय क्षेत्र के लिए कांग्रेस कोई बड़ा दांव खेल सकती है। जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया कहां से चुनाव लड़ेंगे ये तय नहीं हैं। इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी के अलावा विदिशा सीट के लिए भी प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया गया है। अभी 20 सीटों पर कांग्रेस को टिकट घोषित करना बाकी है।