2015 कोटकपुरा गोलीबारी: पंजाब पुलिस एसआईटी के समक्ष पेश हुए शिअद प्रमुख बादल

2015 कोटकपुरा गोलीबारी: पंजाब पुलिस एसआईटी के समक्ष पेश हुए शिअद प्रमुख बादल

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  • Publish Date - September 14, 2022 / 01:23 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

चंडीगढ़, 14 सितंबर (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल 2015 में हुए कोटकपूरा पुलिस गोलीबारी मामले की जांच कर रहे पंजाब पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष बुधवार को पेश हुए।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एल. के. यादव के नेतृत्व में एसआईटी ने बादल को तलब किया, जो उस दौरान राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री थे।

इससे पहले एसआईटी ने 30 अगस्त को बादल को तलब किया था, लेकिन शिअद प्रमुख उसके समक्ष पेश नहीं हुए। उनकी पार्टी का कहना था कि बादल को समन नहीं दिया गया था।

2015 बहबल कलां पुलिस गोलीबारी की घटना की जांच कर रही एक अन्य एसआईटी ने छह सितंबर को बादल से पूछताछ की थी।

बेअदबी का उक्त मामला 2015 में फरीदकोट के बरगारी में गुरु ग्रंथ साहिब की एक ‘बीर’ (स्वरूप/प्रति) के चोरी होने, हस्तलिखित पोस्टर लगाने और पवित्र ग्रंथ के फटे हुए पृष्ठों के पाये जाने से संबंधित है।

इस घटना के कारण फरीदकोट के कोटकपूरा में तनाव का माहौल बन गया था। जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। प्रदर्शन के दौरान गुरजीत सिंह और कृष्ण भगवान सिंह की बहबल कलां में पुलिस की गोलीबारी में मौत हो गई थी। पुलिस की ओर से की गई गोलीबारी में कुछ घायल भी हो गए थे।

बादल बुधवार सुबह करीब 11 बजे पंजाब पुलिस अधिकारी संस्थान पहुंचे।

पार्टी के वरिष्ठ नेता और समर्थक आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूछताछ केंद्र के बाहर जमा हो गए। पुलिस ने पूछताछ स्थल के बाहर अवरोधक (बैरिकेड) लगा दिए हैं।

पत्रकारों से बात करते हुए शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पार्टी नेताओं ने 2015 की बेअदबी से संबंधित घटनाओं की जांच में हमेशा पूरा सहयोग किया है।

अकाली दल ने ‘आप’ सरकार पर अपनी ”विफलताओं” से ध्यान भटकाने के लिए बेअदबी की घटनाओं के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया।

भाषा फाल्गुनी मनीषा

मनीषा