बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए सैनिक के परिजन को 50 लाख रुपये की राशि और सरकारी नौकरी

बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए सैनिक के परिजन को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सरकारी नौकरी

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  • Publish Date - October 31, 2021 / 06:55 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:44 PM IST

चंडीगढ़, 31 अक्टूबर (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास गश्त के दौरान एक बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हुए सिपाही मंजीत सिंह के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की रविवार को घोषणा की। चन्नी ने अपनी सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि अपने जीवन का बलिदान देकर देश की एकता और अखंडता की रक्षा के लिए सिंह का उत्कृष्ट समर्पण उनके साथी सैनिकों को और अधिक समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शहीद हुए सिंह पंजाब के होशियारपुर जिले के खेरा कोटली गांव के रहने वाले थे। यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उनके परिवार में उनके माता-पिता, चार बहनें और एक भाई है। एलओसी के पास हुए इस बारूदी सुरंग विस्फोट में लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार की भी मौत हो गई थी।

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चन्नी ने ट्वीट, ”भारत के दो वीर सपूत लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार और सिपाही मंजीत सिंह एलओसी के पास एक विस्फोट में शहीद हो गए। राष्ट्र उनके सर्वोच्च बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा।” उन्होंने एक अन्य ट्वीट किया, ”राष्ट्र की संप्रभुता और अखंडता को बनाए रखने के लिए किए गए बलिदान सर्वोच्च हैं। हम हमेशा ऋणी रहेंगे।” इससे पहले, अधिकारियों ने कहा कि रविवार को सेना के दोनों जवानों के लिए पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया।

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उन्होंने बताया कि दोपहर करीब दो बजे राजौरी कस्बे में एक किले में आयोजित समारोह के बाद लेफ्टिनेंट कुमार और सिपाही सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके गृह नगर बिहार और पंजाब भेज दिया गया। नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में एक अग्रिम चौकी के पास शनिवार को बारूदी सुरंग फटने से दो जवानों की मौत हो गई थी और एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। अधिकारियों ने कहा कि शवों को सेना के शिविर में लाया गया जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए माल्यार्पण समारोह आयोजित किया गया।