नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने मंगलवार को कहा कि इस बार के केंद्रीय बजट में उनके मंत्रालय के लिए जो आवंटन किया गया है उसका करीब 82 प्रतिशत हिस्सा ‘जेंडर’ केंद्रित कार्यक्रमों के लिए है।
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह भी कहा कि महिला कल्याण के लिए 4.49 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 37.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
अन्नपूर्णा देवी ने कहा, ‘‘केंद्रीय बजट 2025-26 ‘जेंडर बजट’ आवंटन में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है। ‘जेंडर बजट’ वित्त वर्ष 2024-25 में 6.8 प्रतिशत से बढ़कर अब कुल बजट का 8.86 प्रतिशत हो गया है।’’
मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह लैंगिक समानता और महिलाओं के नेतृत्व में विकास के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
उन्होंने बताया, ‘‘महिला कल्याण के लिए 4.49 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है जो पिछले वर्ष की तुलना में 37.25 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय अपने बजट का 81.79 प्रतिशत हिस्सा ‘जेंडर’ केंद्रित कार्यक्रमों के लिए आवंटित करते हुए इस प्रकार के आवंटन में अग्रणी स्थान पर है।’’
मंत्रालय की पहलों के बारे में आगे बताते हुए मंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड में मंत्रालय की पुरस्कार विजेता झांकी का उल्लेख किया जिसमें मंत्रालय की योजनाओं को खूबसूरती से दर्शाया गया था और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास की थीम पर बल दिया गया था।
उन्होंने कहा कि इस झांकी ने भारतीय महिलाओं की दृढ़ता का सम्मान किया तथा महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
उनका कहना था कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास, पोषण सुरक्षा और आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के अपने मिशन पर दृढ़ है।
अन्नपूर्णा देवी ने कहा,‘‘प्रधानमंत्री की विकसित भारत की दृष्टि के अनुरूप महिला एवं बाल विकास मंत्रालय एक स्वस्थ, सुदृढ़ और अधिक समर्थ भारत के निर्माण के अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है।’’
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