Nasir Hussain Parliament Speech: वक़्फ के नए कानून पर इस कांग्रेस सांसद ने लगाई मोदी सरकार की क्लास.. कहा, ”एक कम्युनिटी को खुश करने के लिए लाया गया है बिल”

नासिर हुसैन ने बताया कि, वक्फ का मतलब दान है। दान कोई भी किसी को भी कर सकता है। दान का ये कॉन्सेप्ट हर मजहब में है। दान के इस कॉन्सेप्ट को मैनेज और रेगुलेट करने के लिए वक्फ बोर्ड बनाए गए हैं। लेकिन सोशल मीडिया में इसके लिए खूब गलत जानकारियां फैलाई गई हैं। जबकि देश में कई धार्मिक संस्थानों से जुड़े बोर्ड पहले से मौजूद हैं।

  •  
  • Publish Date - April 3, 2025 / 06:22 PM IST,
    Updated On - April 3, 2025 / 06:25 PM IST

Congress MP Nasir Hussain Parliament Speech || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • राज्यसभा में कांग्रेस सांसद ने मोदी सरकार पर लगाए आरोप
  • ''वक्फ बिल भाजपा की गलत जानकारी और प्रचार पर आधारित है।''
  • "सरकार पारदर्शिता की बात करती है, पर कदम नहीं उठाए।''
  • "भाजपा समाज को बांटने के लिए इस मुद्दे का उपयोग कर रही।"

Congress MP Nasir Hussain Parliament Speech: नई दिल्ली: लोकसभा में वक़्फ़ संशोधन बिल के पास होने के बाद अब इस पर राज्यसभा में बहस जारी है। भाजपा एक और इस विधेयक को गरीब मुसलमानों के हित में बता रही है तो दूसरी तरफ विपक्षी दाल अपने आरोपों पर अडिग है। उनका साफ़ कहना है कि, भाजपा की सरकार वक़्फ़ बोर्ड की जमीनों को हथियाँबे के लिए यह विधेयक लाई है।

Read More: भारी भरकम टैरिफ लगाने के बाद अब ट्रंप ने सेक्स करने पर भी लगा दिया प्रतिबंध! कहा- ऐसी युवतियों से संबंध नहीं बना सकते कर्मचारी

बहरहाल इस बहस के बीच कांग्रेस के कर्नाटक से सांसद नासिर हुसैन ने केंद्र सरकार के सामने कई मजबूत तर्क पेश करते है सवालों के जवाब मांगे है। उन्होंने यह भी कहा है कि 2013 में भाजपा के नेताओं ने उनके बिल का समर्थन किया था। नासिर हुसैन ने पूछा कि तब अगर ये संविधान के खिलाफ था, तो आपने इसका समर्थन क्यों किया?

इस वजह से लाया गया बिल

Congress MP Nasir Hussain Parliament Speech: नासिर हुसैन ने दवा किया कि, 2024 में BJP को याद आया कि वक्फ बोर्ड संविधान के खिलाफ है और एक कम्युनिटी को खुश करने के लिए लाया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि 2024 में BJP का 400 का नारा धरा रह गया, इन्हें 240 पर पटक दिया गया। अब BJP को समझ नहीं आ रहा कि वोट बैंक कैसे बढ़ाया जाए और कौन सा मुद्दा उठाया जाए? इसलिए वो इस बिल के जरिए समाज को बांटने का काम कर रही है।

नासिर हुसैन ने कहा कि वह दावे के साथ कह सकते है कि ये वक्फ बिल पूरी तरह से Mis-information कैंम्पेन पर आधारित है। जिसके सपोर्ट में BJP की फेक IT फैक्ट्री के साथ ही पूरा गोदी मीडिया लग गया। भाजपा ने किया देश को गुमराह किया है।

Congress MP Nasir Hussain Parliament Speech: दूसरी तरफ किरेन रिजिजू कह रहे हैं कि, हम पारदर्शिता लाएंगे, वक्फ बोर्ड को शक्ति देंगे, इसे मजबूत बनाएंगे। आप 10 साल से सरकार में हैं। आज तक ऐसा क्यों नहीं किया? अगर वक्फ बोर्ड से जुड़ी वेबसाइट देखेंगे तो आपको वहां सिर्फ किरेन रिजिजू का नाम नजर आएगा। वहां कोई काउंसिल नहीं है। भाजपा शासित राज्यों में तो स्टेट वक्फ बोर्ड तक नहीं बनाए गए हैं।

ये लोग भाजपा शासित राज्यों में वक्फ बोर्ड का नाम तक नहीं लेते और कहते हैं कि गरीब मुसलमानों की मदद करेंगे। भाजपा ने हमेशा ही देश को गुमराह करने का काम किया है।

आज भाजपा कह रही है कि वो जेपीसी की रिकमेंडेशन लाई है, लेकिन सच्चाई ये है कि वहां क्लॉज के हिसाब से चर्चा ही नहीं की गई। सदन के इतिहास में पहली बार जेपीसी पर क्लॉज के हिसाब से चर्चा ही नहीं हुई। जेपीसी में हमारा कोई सुझाव नहीं माना गया।

Read Also: HC on MPPSC Main Exam: MPPSC मुख्य परीक्षा-2025 को लेकर बड़ी खबर, इस वजह से हाईकोर्ट ने लगाई रोक, इस चीज के लिए 15 अप्रैल तक का समय 

Congress MP Nasir Hussain Parliament Speech: नासिर हुसैन ने बताया कि, वक्फ का मतलब दान है। दान कोई भी किसी को भी कर सकता है। दान का ये कॉन्सेप्ट हर मजहब में है। दान के इस कॉन्सेप्ट को मैनेज और रेगुलेट करने के लिए वक्फ बोर्ड बनाए गए हैं। लेकिन सोशल मीडिया में इसके लिए खूब गलत जानकारियां फैलाई गई हैं। जबकि देश में कई धार्मिक संस्थानों से जुड़े बोर्ड पहले से मौजूद हैं।

वक्फ संशोधन बिल क्या है?

यह बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और नियमों में बदलाव के लिए लाया गया है, जिसे लेकर विपक्ष का आरोप है कि सरकार वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करना चाहती है।

नासिर हुसैन ने सरकार पर क्या आरोप लगाए?

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इस बिल के जरिए समाज को बांटने और अपने वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

भाजपा ने वक्फ बिल का समर्थन पहले क्यों किया था?

नासिर हुसैन ने 2013 के वक्फ संशोधन बिल का हवाला देते हुए पूछा कि अगर यह असंवैधानिक था, तो भाजपा ने उस समय इसका समर्थन क्यों किया था?