Covaxin Side Effects: कोविशील्ड ही नहीं कोवैक्सीन लगवाने वालों को भी गंभीर बीमारी का खतरा, 30 प्रतिशत लोगों को हो रही ये समस्याएं, BHU के रिसर्ज में दावा

Covaxin Side Effects in hindi: कोविशील्ड ही नहीं कोवैक्सीन लगवाने वालों को भी गंभीर बीमारी का खतरा, 30 प्रतिशत लोगों को हो रही ये समस्याएं

  •  
  • Publish Date - May 17, 2024 / 12:17 PM IST,
    Updated On - May 17, 2024 / 12:17 PM IST

नई दिल्ली: covaxin side effects in hindiएस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड द्वारा निर्मित कोविशील्ड के संभावित दुष्प्रभावों की रिपोर्ट सामने आने के बाद वैक्सीन लगवाने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि देश के नामी ​डॉक्टरों की ओर से कहा गया है कि इससे डरने की जरूरत नहीं है, ये दुष्परिणाम रेयर हैं। यानि हजारों लोगों में एक व्यक्ति को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन इस बीच बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नया दावा किया है। उनका कहना है कि कोवैक्सीन लगवाने वालों में भी गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

Read More: AIIMS Recruitment 2024: एम्स में सीनियर रेजिडेंट के पदों पर निकली भर्ती, इतनी मिलेगी सैलरी, जल्द करेंं आवेदन

covaxin side effects in hindi बीएचयू के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में भारत बायोटेक की कोवैक्सिन टीके के दीर्घकालिक प्रभावों की जांच में यह खुलासा हुआ है कि लगभग एक-तिहाई लोगों पर ‘Adverse events of special interest (AESI) प्रभाव देखने को मिला है। स्टडी रिपोर्ट में कहा गया है कि अध्ययन के लिए चुने गए 926 प्रतिभागियों में से लगभग एक-तिहाई लोगों में ऊपरी सांस की नली में वायरल संक्रमण सबसे आम शिकायत है। इसके अलावा लोगों में ब्लड क्लॉटिंग और एलर्जी के भी प्रभाव देखने को मिले हैं।

Read More: Kumari Shailja Latest News: कुमारी शैलजा को घेरने BJP की अनोखी प्लानिंग.. प्रदेश के पूर्व 11 कांग्रेसी जायेंगे हरियाणा, खिलाफ में करेंगे प्रचार..

रिपोर्ट में कहा गया है कि एक फीसदी व्यक्तियों में स्ट्रोक और गुइलेन-बैरी सिंड्रोम जैसे गंभीर AESI की सूचना भी मिली है। ये स्टडी जनवरी 2022 से अगस्त 2023 के बीच की गई थी। इसके तहत वैसे 635 किशोरों और 291 वयस्क लोगों को शामिल किया गया था, जिन्होंने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन वैक्सीन ली थी। स्टडी के दौरान किशोरों में स्किन और नर्व से संबंधित कई गड़बड़ियां और बीमारियां पाई गईं, जबकि वयस्कों में मस्कुलोस्केलेटल डिजॉर्डर के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) से जुड़े और कई सामान्य गड़बड़ियां पाईं गईं।

Read More: Amit Shah Interview: ‘कई लोगों को तो बड़ी बोतल दिखाई पड़ेगी’.. क्या आपने देखा अमित शाह का ये रैपिड-फायर इंटरव्यू, दे रहे हैं दिलचस्प जवाब

TOI की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अध्ययन में शामिल महिलाओं पर भी टीके का बुरा प्रभाव देखने को मिला है। अध्ययन में पाया गया कि महिलाओं और किशोर लड़कियों में टीका लेने के बाद उनमें टाइफाइड होने का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि कोविड महामारी के दौरान भारत में विशेष रूप से कोविडशील्ड और कोवैक्सिन वैक्सीन ही लोगों को लगाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोवैक्सीन के दो डोज लगवाए थे।

Read More: World Latest Crime News: मस्जिद के अंदर लोगों को बंद कर लगा दी आग.. 11 की जलकर दर्दनाक मौत, कातिल ने बताई ये वजह

 

 

 

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो