दिल्ली: नकली मंहगे मोबाइल फोन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

दिल्ली: नकली मंहगे मोबाइल फोन बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

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  • Publish Date - December 21, 2025 / 07:54 PM IST,
    Updated On - December 21, 2025 / 07:54 PM IST

नयी दिल्ली, 21 दिसंबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने करोल बाग इलाके में अवैध रूप से महंगा नकली मोबाइल फोन बनाने और बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और इस सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि इस अभियान के दौरान एक ब्रांड के ‘फोल्ड’ और ‘फ्लिप’ मॉडल सहित 512 नकली एवं महंगे स्मार्टफोन के साथ बड़ी मात्रा में मोबाइल के पुर्जे और नकली आईएमईआई (अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान) स्टिकर बरामद किए गए।

फोल्ड मॉडल वाले फोन को मोड़कर छोटा किया जा सकता है, जबकि फ्लिप मॉडल को पलटकर खोलकर बंद किया जा सकता है

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति चीन से आयातित पुर्जों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से महंगे फोन बना रहे थे और इन फोनों पर ‘मेड इन वियतनाम’ अंकित फर्जी आईएमईआई नंबर चिपका रहे थे।

इसके बाद वे इन्हें असली ब्रांडेड मोबाइल फोन बताकर खुले बाजार में 35,000 से 40,000 रुपये प्रति फोन की कीमत पर बेच रहे थे।

उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम बनाई गई और चिह्नित किये गए परिसरों पर छापेमारी की गई, इस दौरान करोल बाग स्थित एक दुकान में 13 एवं 14 दिसंबर की मध्यरात्रि को मोबाइल फोन बनाते हुए चार लोगों को रंगे हाथ पकड़ा गया।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों की पहचान मेहताब अहमद अंसारी (36), रवि आहूजा (36), राहुल (33) और गिरोह के कथित सरगना हकीम (36) के रूप में हुई है।

उसने बताया कि छापेमारी के दौरान, पुलिस ने 512 महंगे मोबाइल फोन (कुछ पूरी तरह तैयार और कुछ आधे बने हुए फोन), 124 मदरबोर्ड, 138 मोबाइल फोन की बैटरियां और 459 फर्जी आईएमईआई स्टिकर बरामद किए।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा, भारी मात्रा में मोबाइल के कलपुर्जे और फोन जोड़ने वाले खास उपकरण बरामद किए गए।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों से बरामद किए गए सामान के बारे में कोई वैध दस्तावेज या संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया।

उसने कहा कि पूछताछ के दौरान हाकिम ने बताया कि वह केवल आठवीं पास है और उसके पास कोई औपचारिक तकनीकी डिग्री नहीं है इसके बावजूद वह चीन से मोबाइल के हिस्से (मदरबोर्ड, कैमरा, स्पीकर, बैक ग्लास, बॉडी फ्रेम और फर्जी आईएमईआई स्टिकर) मंगवाकर इस गिरोह का संचालन कर रहा था।

हाकिम ने बताया कि बाजार में ‘फोल्ड’ और ‘फ्लिप’ मॉडल की मांग को देखते हुए वह अपने सहयोगियों की मदद से इसी मॉडल के नए दिखने वाले नकली फोन तैयार करता था तथा इन्हें असली और नया बताकर उन ग्राहकों को बेचता था जिन्हें इसकी जानकारी नहीं होती थी।

भाषा प्रचेता रंजन

रंजन