किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देगी ये राज्य सरकार, बेमौसम बारिश से खराब हुई थी फसल

दिल्ली सरकार बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा देगी

किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देगी ये राज्य सरकार, बेमौसम बारिश से खराब हुई थी फसल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:53 pm IST
Published Date: October 20, 2021 5:20 pm IST

नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि बेमौसम बारिश की वजह से फसलों को पहुंची क्षति के लिए दिल्ली सरकार ने प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की दर से मुआवजा देने का आदेश दिया है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजस्व अधिकारी बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों का सर्वेक्षण कर रहे हैं और यह काम दो सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा। दो महीने के भीतर ही, प्रभावित किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया जायेगा ।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार किसानों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है और पूर्व में भी उसने किसानों को 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा दिया है, जो कि देश में सबसे ज्यादा है। केजरीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली के किसानों को बर्बाद हुई फसल को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। उनका बेटा उनके साथ खड़ा है। जब से आम आदमी पार्टी दिल्ली में सत्ता में आई है, हमने यह सुनिश्चित किया है कि किसान असहाय महसूस न करें।’’

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किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल में मुख्यमंत्री से बारिश की वजह से फसलों को हुई क्षति के संबंध में मदद मांगने के लिए मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ यह सिर्फ घोषणा नहीं है। आप अपने बेटे के शब्दों पर भरोसा रखें और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी किसानों को मुआवजा मिले।’’

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मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार फसल क्षति के लिए देश भर की तुलना में सबसे ज्यादा मुआवजा देती है। उन्होंने कहा कि अन्य सरकारें सिर्फ आठ-दस हजार रुपये प्रति हेक्टेयर का ही मुआवजा देती है। 2016 की कृषि जनगणना के अनुसार, दिल्ली में कुल खेती योग्य क्षेत्र 29,000 हेक्टेयर है और लगभग 21,000 किसान इस पर निर्भर है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com