भारत में कोरोना वैक्सीन को -70 डिग्री में रखना होगा बड़ी चुनौती, राहुल गांधी ने सरकार से किए सवाल

भारत में कोरोना वैक्सीन को -70 डिग्री में रखना होगा बड़ी चुनौती, राहुल गांधी ने सरकार से किए सवाल

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  • Publish Date - November 11, 2020 / 01:24 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:52 PM IST

नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन का इंतजार कर रहे दुनियाभर के लोगों के लिए अच्छी खबर के साथ एक चुनौती भी है। अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने कहा है कि उसकी वैक्सीन कोरोना वायरस को रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर है। लाखों लोगों की जिंदगी छीन लेने वाले वायरस से जूझ रही दुनिया के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। हालांकि, वैक्सीन बन जाने से ही मुश्किलें खत्म नहीं होने वाली हैं। अगली चुनौतियां हैं भंडारण, वितरण और टीकाकरण है। फाइजर के वैक्सीन को -70 डिग्री तापमान में स्टोर करना होगा, जोकि भारत सहित दूसरे देशों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण है। एम्स के डायरेक्टर ने भी यह बात कही है। दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार को इसके लिए तैयारी करनी चाहिए।

 

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एम्स के डायरेक्टर ने कहा कि लो और मिडिल इनकम वाले देशों के लिए कोल्ड चेन मेंटेन करना बड़ी चुनौती है, क्योंकि वैक्सीन को काफी कम तापमान पर रखना होगा, खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में यह बड़ा कठिन है। गुलेरिया ने कहा, ”इस वैक्सीन में काफी क्षमता है लेकिन हमें आ रहे अन्य वैक्सीन को भी देखना होगा। फेज-3 में पहुंच चुके सभी वैक्सीन के लिए उत्साहजनक खबरे हैं।”

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कहा कि फाइजर के कोविड-19 वैक्सीन के फेज 3 के नतीजे बेहद उत्साहजनक हैं, लेकिन इसे -70 डिग्री तापमान पर स्टोर करना भारत और दूसरे देशों के लिए चुनौती है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। गुलेरिया ने कहा, ”फाइजर के वैक्सीन के साथ चुनौती यह है कि इसे -70 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर करना होता है।”

राहुल गांधी की सरकार को सलाह

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने, अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर को कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में सक्षम टीका विकसित करने में सफलता मिलने की संभावना की पृष्ठभूमि में बुधवार को कहा कि हर भारतीय नागरिक को टीका उपलब्ध कराने के लिए व्यवस्था बनाने पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ”फाइजर एक संभावित टीका विकसित कर रहा है। ऐसे में हर भारतीय को इसे उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाने पर काम करने की जरूरत है।”

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कांग्रेस नेता ने कहा, ”भारत सरकार को टीका वितरण की रणनीति स्पष्ट करने और यह बताने की जरूरत है कि यह हर भारतीय तक कैसे पहुंचेगा।” गौरतलब है कि पिछले दिनों अग्रणी दवा कंपनी फाइजर ने कहा कि उसके टीका के विश्लेषण से पता चला है कि यह कोविड-19 को रोकने में 90 प्रतिशत तक कारगर हो सकता है। इससे संकेत मिलता है टीके को लेकर कंपनी का परीक्षण सही चल रहा है और वह अमेरिकी नियामक के पास इस संबंध में एक आवेदन दाखिल कर सकती है।

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गुलेरिया ने यह भी कहा कि फाइजर की ओर से किए गए दावों की विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा की आवश्यकता है, लेकिन यह घोषणा अन्य वैक्सीन के लिए भी अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा, ”जो डेटा फाइजर ने जारी किया है, वे काफी उत्साहजनक हैं, हालांकि इसकी समीक्षा विशेषज्ञों ने नहीं की है। फेज 3 ट्रायल्स में 40 हजार से अधिक लोगों को यह टीका लगाया गया। यह करीब 90 फीसदी प्रभावी पाया गया है।”