अंकिता हत्याकांड में न्याय सुनिश्चित किया गया : मुख्यमंत्री धामी

अंकिता हत्याकांड में न्याय सुनिश्चित किया गया : मुख्यमंत्री धामी

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  • Publish Date - May 30, 2025 / 09:30 PM IST,
    Updated On - May 30, 2025 / 09:30 PM IST

देहरादून, 30 मई (भाषा) अंकिता भंडारी हत्याकांड में तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि पहाड़ की बेटी के लिए न्याय सुनिश्चित किया गया।

मुख्यमंत्री ने अदालत के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस दुखद घटना की जानकारी मिलते ही राज्य सरकार ने पहाड़ की बेटी को न्याय दिलाने का संकल्प लिया और उस दिशा में सभी कदम उठाए।

उन्होंने कहा कि पुलिस को तत्काल आरोपियों की गिरफतारी के निर्देश दिए गए और उसके बाद एक महिला आईपीएस अधिकारी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गयी जिसने सभी पहलुओं से जांच की, सबूत जुटाए।

धामी ने कहा कि अदालत में मामले की प्रभावी पैरवी की गयी जिसका परिणाम रहा कि आरोपियों को जमानत तक नहीं मिल पायी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान राज्य प्रशासन ने लगातार अंकिता के परिजनों से संवाद कायम रखा, उन्हें आर्थिक सहायता दी गयी। उन्होंने कहा कि अंकिता के परिजनों की इच्छा के अनुसार अभियोजन अधिकारियों की नियुक्ति की गयी।

उन्होंने कहा कि तीन साल के अंदर सभी आरोपियों को हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”हम अंकिता बिटिया को तो वापस नहीं ला सकते। लेकिन, हमने यह सुनिश्चित किया कि उसके साथ न्याय हो। यह निर्णय राज्य की हर बेटी की सुरक्षा और सम्मान की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह न्यायिक व्यवस्था में लोगों के विश्वास को और मजबूत करता है।

मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने न्यायालय के फैसले को स्वागत योग्य बताया लेकिन साथ ही कहा कि यह न्याय अभी अधूरा है।

फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि यह निर्णय न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है लेकिन यह अंकिता को एक आंशिक न्याय दिलाता है।

माहरा ने कहा कि अब भी कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब नहीं मिले हैं और इनका उत्तर धामी सरकार को देना है।

कांग्रेस नेता ने कहा, ”आज भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि किन ‘वीआईपी’ व्यक्तियों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रयास किए। साक्ष्य मिटाने की मंशा से वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर किसके आदेश पर चलाए गए। प्रारंभिक जांच में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बरती गयी लापरवाही के लिए कौन जिम्मेदार है।”

उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को जनता के बीच उठाती रहेगी और सरकार से जवाब मांगती रहेगी।

उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने अंकिता हत्याकांड में दोषियों को मिली सजा को न्याय की जीत बताते हुए कांग्रेस की प्रतिक्रिया को दुर्भाग्यपूर्ण और राजनीति से प्रेरित करार दिया।

चौहान ने कहा कि अदालत ने तथ्यों के आधार पर फैसला दिया है और उससे कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों द्वारा लगाए जाने वाले कमजोर पैरवी के आरोप अपने आप निरर्थक साबित हो गए हैं।

उत्तराखंड में कोटद्वार की एक स्थानीय अदालत ने बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य सहित तीनों आरोपियों को शुक्रवार को दोषी ठहराते हुए आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई।

विशेष लोक अभियोजक अवनीश नेगी ने यहां बताया कि कोटद्वार की अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रीना नेगी ने आर्य पर 72 हजार रुपये तथा अन्य दो आरोपियों- सौरभ भास्कर तथा अंकित गुप्ता प्रत्येक पर 62,000 का जुर्माना भी लगाया है।

भाषा

दीप्ति, रवि कांत रवि कांत