PM Gatishakti Scheme: लाल किले की प्राचीर से मोदी का बड़ा ऐलान, युवाओं को मिलेगी नौकरी, 100 लाख करोड़ की बनेगी योजना

पीएम नरेंद्र मोदी ने 75वें स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को बड़ी सौगात दी है, पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री गतिशक्ति नेशनल प्‍लान योजना’ का ऐलान किया है

  •  
  • Publish Date - August 15, 2021 / 12:57 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

PM Gatishakti Scheme:

नई दिल्ली। PM Gatishakti Scheme: पीएम नरेंद्र मोदी ने 75वें स्‍वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को बड़ी सौगात दी है, पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री गतिशक्ति नेशनल प्‍लान योजना’ का ऐलान किया है, पीएम मोदी ने इसकी घोषणा लाल किले से अपने भाषण में किया है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार 100 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। इस योजना के तहत युवाओं को रोजगार के साथ ही देश के इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर का विकास भी किया जाएगा।

read more: बेंजेमा के दो गोल से रीयल मैड्रिड 4-1 की जीत से किया सत्र का आगाज

PM Gatishakti Scheme : लाला किले से देश को संबोधित करते हुये पीएम मोदी ने कहा कि आधुनिकीकरण के साथ भारत को अपने इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर को विकसित करने के लिए सर्वांगीण विकास करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि जल्दी ही गतिशक्ति-नेशनल मास्‍टर प्‍लान का ऐलान किया जाएगा।

read more: गांवों में महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के लिए ई-वाणिज्य मंच विकसित करेगी सरकार : मोदी

PM Gatishakti Scheme : पीएम मोदी ने कहा कि 100 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा खर्च होने वाले इस गत‍िशक्ति योजना से देश के युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही इससे इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर का सर्वांगीण विकास भी होगा, पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह के गत‍िशक्ति पहल से लोकल मैन्‍युफैक्‍चरर्स भी वैश्विक स्‍तर पर हम प्रतिस्‍पर्धी बन सकेंगे। इसके साथ ही भविष्‍य में नये इकोनॉमिक जोन्‍स विकसित करने की संभावनाएं भी बनेंगी।

read more: भारत आयात करने के बजाय अब 3 अरब डॉलर के मोबाइल फोन निर्यात कर रहा: मोदी

पीएम ने कहा कि हमें व‍िश्‍व स्‍तरीय उत्‍पादन बनाने वाले देश के तौर पर अपनी पहचान बनानी होगी, भारत एक ऐसा देश बनकर उभरेगा, जो बेहतरीन इनोवेशन और नये दौर के टेक्‍नोलॉजी को विकस‍ित करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का फोकस छोटे किसानों पर है, जो 2 हेक्‍टेयर से भी कम भूमि के मालिक हैं और देश के सभी किसानों के 80 फीसदी हिस्‍से में आते हैं, ग्रामीण इलाकों में भी बड़े बदलाव हो रहे हैं।