पुलिस ने उपभोग की अवधि समाप्ति वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़ किया

पुलिस ने उपभोग की अवधि समाप्ति वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री में लिप्त गिरोह का भंडाफोड़ किया

  •  
  • Publish Date - December 18, 2025 / 04:04 PM IST,
    Updated On - December 18, 2025 / 04:04 PM IST

नयी दिल्ली, 18 दिसंबर (भाषा) पुलिस ने प्रतिष्ठित ‘ब्रांड’ के कालातीत और फर्जी लेबल वाले खाद्य उत्पादों की बिक्री में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसके कथित सरगना को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि छापेमारी के दौरान लाखों रुपये की चॉकलेट सहित बड़ी मात्रा में खाद्य सामग्री बरामद की गई।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अतुल जालान (55) के रूप में हुई है जो त्रि नगर निवासी व्यवसायी है। पुलिस ने कहा कि वह बिचौलियों के माध्यम से कम कीमत पर मुंबई से प्रतिष्ठित ब्रांड के ऐसे उत्पाद कथित तौर पर खरीदता था जिनकी उपभोग अवधि समाप्त हो चुकी होती थी या समाप्त होने वाली होती थी।

पुलिस ने कहा कि इसके बाद उसने उपभोग तिथि, उत्पादन विवरण, एमआरपी और बैच संख्या में बदलाव कर इन उत्पादों को ग्राहकों को आकर्षक प्रस्ताव व छूट देते हुए ऑनलाइन व दुकानों के माध्यम बेच दिया।

उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के केंद्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण द्वारा दायर शिकायत पर की गई, जिसके बाद भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध शाखा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।

जांच के दौरान दिल्ली के त्रि नगर, भीकाजी कामा प्लेस और मोती नगर क्षेत्रों में आरोपी से जुड़े कई परिसरों की तलाशी ली गई और उन्हें सील कर दिया गया।

पुलिस ने बताया कि एफएसएसएआई अधिकारियों की सहायता से परिसर की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की गई और खाद्य पदार्थों के नमूने जब्त किए गए।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब्त किए गए नमूनों की प्रयोगशाला जांच से पता चला है कि कई खाद्य पदार्थों की ‘पैकिंग’ और ‘लेबलिंग’ में नियमों का उल्लंघन किया गया था, जबकि कुछ खाद्य पदार्थ निम्न गुणवत्ता के पाए गए।

पुलिस ने बताया कि सत्यापन के दौरान, हर्शे कंपनी ने पुष्टि की कि जब्त किए गए उत्पाद असली थे, लेकिन उनकी ‘लेबल’ में छेड़छाड़ की गई थी ताकि उपभोग अवधि की समाप्त तिथि वाले उत्पाद उपभोग के योग्य दिखाई दें।

जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि आरोपी द्वारा चॉकलेट उत्पादों की खरीद के लिए प्रस्तुत किया गया बिल नकली था, क्योंकि कंपनी ने ऐसा कोई बिल जारी करने से इनकार किया था।

पुलिस ने इस अभियान के दौरान एक ब्रांडेड चॉकलेट कंपनी के लगभग छह लाख रुपये मूल्य की वस्तुएं और लगभग 50 लाख रुपये मूल्य के उपभोग किए जाने वाले अन्य ब्रांडेड उत्पाद बरामद किए।

पुलिस ने बताया कि गिरोह में शामिल उनके अन्य सहयोगियों की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जांच की जा रही है।

भाषा

शुभम पवनेश

पवनेश