जयपुर, 18 दिसंबर (भाषा) बीकानेर शहर के पीबीएम अस्पताल में इलाज करवा रही एक महिला को कथित तौर पर गलत समूह का रक्त चढ़ाने का मामला सामने आया है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि अस्पताल की आचार्य तुलसी कैंसर विंग में 75 साल की महिला मरीज को कथित तौर पर गलत ग्रुप का रक्त चढ़ा दिया गया।
सूत्रों के अनुसार मरीज भवानी देवी को गंभीर एनीमिया के कारण भर्ती कराया गया था और बुधवार शाम को उनका ‘ब्लड ट्रांसफ्यूजन’ किया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि इसी दौरान कथित तौर पर अलग ‘ब्लड ग्रुप’ की यूनिट चढ़ा दी गई, जिससे उनकी हालत अचानक बिगड़ गई।
परिवार वालों ने बताया कि भवानी देवी का ब्लड ग्रुप ‘ए पॉजिटिव’ है, उन्हें पहली यूनिट बिना किसी दिक्कत के चढ़ा दी गई, लेकिन ब्लड बैंक से मिली दूसरी यूनिट ‘बी पॉजिटिव’ ग्रुप की थी।
आरोप है कि मौजूद चिकित्सा कर्मी ने बिना ठीक से जांच किए यह रक्त चढ़ा दिया।
यह गलती तब सामने आई जब एक रिश्तेदार ने ‘ट्रांसफ्यूजन’ के दौरान यूनिट पर लिखा ब्लड ग्रुप देखा और तुरंत नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ट्रांसफ्यूजन रोक दिया गया और इमरजेंसी इलाज शुरू किया गया, जिसके बाद मरीज की हालत स्थिर हो गई।
इस घटना की जानकारी मिलने पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुरेंद्र वर्मा, विभाग के प्रमुख के साथ स्थिति का जायजा लेने कैंसर विंग पहुंचे।
डॉ. वर्मा ने कहा, ‘मरीज अभी बिल्कुल स्थिर है। उनका हीमोग्लोबिन लेवल बहुत कम था, जिसके कारण रात में ‘ब्लड ट्रांसफ्यूजन’ किया जा रहा था। इस प्रक्रिया के दौरान कुछ दिक्कत हुई।’
उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी और पता लगाया जाएगा कि गलती कहां हुई।
प्रिंसिपल ने कहा, ‘जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’
भाषा पृथ्वी शोभना जोहेब
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